पुलिस ने नली हुसैनपुर के ग्रामीणों को आश्वासन देकर लौटाया
बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के गांव नली हुसैनपुर में दरोगा के भाई के घर 30 लाख की डकैती का पर्दाफाश नहीं होने से क्षुब्ध ग्रामीण व परिजन डीजीपी से मिलने के लिए पहुंचे। हालांकि पुलिस ने पुलिस अधीक्षक के मुख्य द्वार पर ही ग्रामीणों को रोक लिया। इस पर ग्रामीण भड़क गए और हंगामा कर दिया। सूचना मिलने पर सीओ मौके पर पहुंचे और एक सप्ताह में इस मामले का पर्दाफाश करने का आश्वासन दिया। जिस पर ग्रामीण शांत हुए।
जागरण संवाददाता, हापुड़ : बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के गांव नली हुसैनपुर में दारोगा के भाई के घर 30 लाख की डकैती का पर्दाफाश नहीं होने से क्षुब्ध ग्रामीण व परिजन डीजीपी से मिलने के लिए पुलिस कार्यालय पहुंचे। हालांकि पुलिस ने पुलिस अधीक्षक के मुख्य द्वार पर ही ग्रामीणों को रोक लिया। इस पर ग्रामीण भड़क गए और हंगामा करने लगे। सूचना मिलने पर सीओ मौके पर पहुंचे और एक सप्ताह में इस मामले का पर्दाफाश करने का आश्वासन दिया। जिस पर ग्रामीण शांत हुए।
गौरतलब है कि बीते रविवार को गांव नली हुसैनपुर निवासी विजयपाल के मकान में ऊपर सो रही चार महिलाओं और बच्चों को बंधक बनाकर आठ-दस नकाबपोश बदमाशों ने डेढ़ लाख रुपये की नकदी, करीब साढ़े 28 लाख रुपये के सोने-चांदी के आभूषण लूट लिए थे। इसके अलावा गांव में ही एक पोस्टमैन को बंधक बनाकर उससे भी दस हजार रुपये लूट लिए गए थे। इस मामले में पुलिस ने डकैती का मामला पंजीकृत कर लिया था और जांच शुरू कर दी थी।
घटना के आठ दिन बीतने के बाद पुलिस अभी तक कोई बदमाश गिरफ्तार कर सकी है और न ही लूटा गया माल ही बरामद हो सका है।
शनिवार को डीजीपी ओपी ¨सह पुलिस अधीक्षक कार्यालय का उद्घाटन करने के लिए आए थे। जब गांव नली हुसैनपुर के ग्रामीणों को इस बात का पता लगा तो वह दो ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर उनसे मिलने के लिए पहुंच गए। हालांकि डीजीपी की सुरक्षा में मुस्तैद पुलिस ने ग्रामीणों को पुलिस अधीक्षक के मुख्य द्वार पर ही रोक लिया। पुलिस की कार्यप्रणाली से क्षुब्ध ग्रामीणों ने मौके पर हंगामा कर दिया। इसकी जानकारी होते ही स्थानीय पुलिस अधिकारियों में अफरा तफरी मच गई। हंगामा और ग्रामीणों के आने की सूचना मिलने पर सीओ सिटी राजेश कुमार ¨सह, एसएचओ महावीर ¨सह चौहान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थे।