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कार्तिक मेले को मंजूरी मिलने से लोगों में खुशी की लहर

संवाद सहयोगी गढ़मुक्तेश्वर कार्तिक माह में गढ़ खादर क्षेत्र में गंगा किनारे आयोजित होने

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 03:09 PM (IST)Updated: Fri, 22 Oct 2021 03:09 PM (IST)
कार्तिक मेले को मंजूरी मिलने से लोगों में खुशी की लहर
कार्तिक मेले को मंजूरी मिलने से लोगों में खुशी की लहर

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर :

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कार्तिक माह में गढ़ खादर क्षेत्र में गंगा किनारे आयोजित होने वाले कार्तिक पूर्णिमा मेले को वर्ष 2017 में राजकीय मेले का दर्जा मिल गया था, लेकिन पिछले साल कोरोना के चलते मेले स्थगित हो गया था। पिछले दिनों विधायक डा. कमल मलिक, जिला पंचायत अध्यक्षा रेखा नागर ने लखनऊ में मुख्यमंत्री से भेंट कर ऐतिहासिक मेले का आयोजन कराने की मांग की थी। जनप्रतिनिधियों की मांग को प्राथमिकता देते हुए बृहस्पतिवार को शासन से मेले को कोरोना गाइडलाइनों के तहत भव्य रूप से लगाए जाने के आदेश दिए गए हैं। शासन के आदेश मिलने के बाद क्षेत्र के लोगों में काफी उत्साह है। क्योंकि बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग मेले में दुकानें लगाते हैं। इससे उन्हें आर्थिक रूप से मजबूती मिलती है। यही कारण है कि क्षेत्र के लोगों के लिए यह मेला बहुत अधिक महत्व रखता है। वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा जैसे राज्यों से भी लोग मेले में पहुंचते हैं। कई दिनों तक आकर लोग टेंट लगाकर मेले का लुफ्त उठाते हैं। बता दें कि महाभारत कालीन के अस्तित्व से यह कार्तिक पूर्णिमा मेला जुड़ा है। पिछले साल कोरोना की वजह से मेला नहीं लग सका था, लेकिन इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व पंचायत राज मंत्री भूपेन्द्र सिंह से मिलकर इस प्रसिद्ध मेले के आयोजन की मांग हुई थी, जिसके बाद मेला आयोजित करने के लिए हरी झंडी दे दी गई। इसके साथ ही जिला पंचायत द्वारा मेले की तैयारी शुरू कर दी गई हैं। मेला लगाए जाने के आदेश के बाद से स्थानीय पुरोहित, व्यापारी, नाविकों में बहुत अधिक उत्साह है। यह कहते हैं लोग -

कार्तिक पूर्णिमा मेला महाभारत काल से लगता आ रहा है। पिछले साल कोरोना संकट के कारण मेला आयोजित नहीं हुआ, लेकिन इस बार मेला आयोजित होने से पुरोहितों को भी राहत मिलेगी। मेले में दूर-दराज से श्रद्धालुओं का आगमन होगा। - मुनेंद्र तिवारी, पुरोहित मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए टेंट लगाए जाने का काम होता है। सरकार ने आस्था को महत्व दिया है। इससे कारोबार को रफ्तार मिल सकेगी। - राजकुमार, टेंट कारोबारी कार्तिक पूर्णिमा मेले में किसान तबके के अधिकांश लोग आते हैं। किसानों को मेले में आकर बहुत अधिक लाभ मिलता है। भाकियू द्वारा कैंप लगाकर किसानों की समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। - दिनेश खेड़ा, मंडल प्रवक्ता भाकियू कार्तिक पूर्णिमा मेला आयोजित होने पर नाविकों को रोजगार मिलता है। शासन द्वारा मेले को अनुमति दिए जाने से निषाद समाज में काफी खुशी की लहर है। - डीपी निषाद, नाविक


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