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जनपद की दोनों चीनी मिल बंदी के कगार पर

जिले की दोनों शुगर मिल ¨सभावली शुगर मिल और ब्रजनाथपुर शुगर मिल बंदी के कगार पर है। एक बैंक ने मिल के खिलाफ एनसीएलटी में याचिका दायर की है। शुगर मिलों के अध्यक्ष जिलाधिकारी व प्रमुख सचिव गन्ना एवं चीनी उद्योग को पत्र भेजकर बताया कि तीनों इकाइयों का आगामी पेराई सत्र 201

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Sep 2018 09:14 PM (IST)Updated: Wed, 12 Sep 2018 09:14 PM (IST)
जनपद की दोनों चीनी मिल बंदी के कगार पर

जागरण संवाददाता, हापुड़ : जनपद संचालित ¨सभावली चीनी मिल और ब्रजनाथपुर चीनी मिल बंदी के कगार पर है। एक बैंक ने मिल के खिलाफ एनसीएलटी में याचिका दायर की है। ¨सभावली चीनी मिल के अध्यक्ष ने जिलाधिकारी और गन्ना एवं चीनी उद्योग के प्रमुख सचिव को पत्र भेजकर बताया कि उनकी मिल की तीनों इकाइयों पेराई सत्र 2018-19 में संचालन संभव नहीं हो पाएगा। इससे बड़ी संख्या में किसानों और हजारों श्रमिकों के सामने भारी संकट उत्पन्न हो जाएगा।

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¨सभावली और ब्रजनाथपुर चीनी मिल के अध्यक्ष गुरमीत ¨सह मान ने जिलाधिकारी को लिखे पत्र में बताया कि वह इस संस्था से वर्ष 1972 से जुड़े हैं। क्षेत्र में विकास में वह पूरा योगदान देते आ रहे हैं। एक बैंक ने उनके विरुद्ध (राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण ) एनसीएलटी में याचिका दायर कर दी है। ऐसी स्थिति में ¨सभावली ग्रुप की समस्त चीनी मिलें एवं अन्य इकाइयों का संचालन पेराई सत्र 2018-19 में संभव नहीं हो पाएगा। सरकार से कोटा तय होने के बाद चीनी भी उसी के अनुसार बिक्री की जा रही है, जो मिल के प्रबंधन के लिए अपर्याप्त है। इस कारण मिल के खर्चे, ठेकेदारों, ट्रांस्पोर्टर, सामान सप्लाई करने वालों का करोड़ों रुपये बकाया है। इस कारण काफी दिक्कत आ रही है। मिल करीब 56 प्रतिशत किसानों का भुगतान कर चुका है। उन्होंने अनुरोध किया है कि ऐसे किसी भी प्रकरण को कृषकों के व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए स्थगित किया जाए।


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