कटआउट-अब निजी चिकित्सक भी करेंगे टीबी रोगियों का इलाज
जागरण संवाददाता, हापुड़ : अभी तक सरकारी अस्पतालों में ही टीबी मरीजों का उपचार किया ज
जागरण संवाददाता, हापुड़ : अभी तक सरकारी अस्पतालों में ही टीबी मरीजों का उपचार किया जाता था,लेकिन अब निजी चिकित्सक भी टीबी रोग से ग्रसित मरीजों का उपचार करेंगे। इन चिकित्सकों को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। टीबी मरीजों का उपचार करने वाले चिकित्सकों की अलग से पोर्टल पर आईडी बनायी जाएगी। मरीज के उपचार की सभी जानकारी भी अपलोड करनी होगी। भारत को टीबी मुक्त बनाने के लिए यह मुहिम शुरू की गई है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एके ¨सह ने बताया कि भारत में टीबी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। संक्रमित रोग होने के कारण लगातार यह रोग पैर पसार रहा है। इस गंभीर रोग के खिलाफ सरकार ने कई अभियान चलाए, लेकिन रोगियों की संख्या कम नहीं हो पा रही है। सरकारी अस्पताल में पहुंचने वाले रोगियों का सरकारी अस्पतालों में उपचार हो जाता है, लेकिन कुछ ऐसे मरीज भी हैं जो निजी अस्पतालों में भी टीबी का उपचार कराते हैं। रोगी की लापरवाही के चलते उसको लगातार उपचार नहीं चल पाता। स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचते पहुंचते वह गंभीर स्थिति में पहुंच जाते हैं। ऐसे में उनका उपचार करना विभाग के लिए भी नासूर बन जाता है। भारत सरकार ने इस ओर बड़ा कदम उठाया है। अब निजी डॉक्टर भी स्वास्थ्य विभाग की मदद से मरीजों का निशुल्क उपचार करेंगे। स्वास्थ्य विभाग ऐसे चिकित्सकों को अस्पताल से दवा उपलब्ध कराएगा। टीबी मरीजों का उपचार करने वाले निजी डॉक्टरों को स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर आईडी तैयार की जाएगी। इस पर मरीजों का उपचार करने की सभी जानकारी डॉक्टरों को अपलोड करनी होगी। स्वास्थ्य विभाग के टीबी से संबधित अधिकारी इसकी निगरानी करेंगे।