किसानों की समस्याओं के निदान को जारी होगा मोबाइल एप
पेराई सत्र शुरू होते ही समस्याओं से जूझ रहे किसानों की सुविधा के लिए समितियों और चीनी मिल में काउंटर की स्थापना की गई है। काउंटरों पर किसानों को उनके खातों और इंडेंट की पूरी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। किसान इन काउंटरों पर पहुंचकर जानकारी ले सकते हैं। जल्द ही किसानों के लिए मोबाइल एप लांच किया जाएगा। एप के माध्यम से किसान घर बैठे ही अपने खातों की पूरी जानकारी ले सकेंगे।
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर
पेराई सत्र शुरू होते ही समस्याओं से जूझ रहे किसानों की सुविधा के लिए समितियों और चीनी मिल में काउंटर की स्थापना की गई है। काउंटरों पर किसानों को उनके खातों और इन्डेंट की पूरी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। किसान इन काउंटरों पर पहुंचकर जानकारी ले सकते हैं। जल्द ही किसानों के लिए मोबाइल एप जारी किया जाएगा। एप के माध्यम से किसान घर बैठे ही अपने खातों की पूरी जानकारी ले सकेंगे।
चीनी मिलों का पेराई सत्र शुरू हुए करीब एक पखवाड़ा बीत जाने के बाद भी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। चीनी मिल के अलावा समितियों, कलक्ट्रेट और डीसीओ कार्यालय पर रोजाना किसान हंगामा कर रहे हैं। गन्ना समिति सचिव ने बताया कि किसानों को उनके खातों की जानकारी और इन्डेंट की स्थिति बताने के लिए चीनी मिलों और समितियों पर ऑनलाइन काउंटर की स्थापना की। किसान इन काउंटरों पर जाकर अपना खाते की स्थिति अब आसानी से जान सकते हैं। संशोधन और इन्डेंट जारी होने की जानकारी भी इन्हीं काउंटरों से आसानी से मिल जाएगी। समिति कार्यालय पर भी काउंटर शुरू किए गए हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही गन्ना विभाग किसानों की सुविधा के लिए मोबाइल एप शुरू करेगा। इस एप को डाउन लोड कर किसान अपने गन्ना खाते की जानकारी घर बैठे ही ले सकेंगे। ¨सभावली गन्ना समिति सचिव राजीव सेठ ने बताया कि जल्द ही किसानों के लिए एप शुरू किया जाएगा। दिनभर परेशान रहे किसान, न कलेंडर मिला न पर्ची : गन्ना समिति ¨सभावली पर दिनभर किसानों का जमावड़ा रहा। किसानों का कहना है कि उन्हें न तो कलेंडर मिला है और न ही अब तक पर्ची की व्यवस्था हो सकी है। सुबह से ही किसान यहां लाइन में लगकर खड़े हो गए थे, लेकिन देर शाम तक समस्याओं का समाधान नहीं हो सका। ¨सभावली, बक्सर, वैठ, दत्तियाना, हरोड़ा के किसान अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे। स्थानीय किसान अनिल ने कहा कि किसान कलेंडर, सट्टे में संशोधन, इन्डेंट नहीं मिलने और बेसिक कोटे में कमी की समस्या के कारण परेशान हैं। समस्या का समाधान नहीं हुआ तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा।