Migrant Workers : दिल्ली से सटे यूपी के हापुड़ में तेजी से लौट रहे प्रवासी कामगार
Migrant Workers हजारों प्रवासी श्रमिक जो लॉकडाउन के दौरान अपने गृह राज्य वापस आए थे काम पर लौटने लगे हैं। इसके अलावा कारखानों की ओर से भी अपने श्रमिकों को वापस बुलाए जाने को लेकर कई तरीके के उपाय किए जा रहे हैं।
हापुड़/गढ़मुक्तेश्वर [प्रिंस शर्मा]। Migrant Workers : मार्च महीने में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन के दौरान अपने घर पहुंचे कामगार अब रोजगार की तलाश में लौटने लगे हैं। बृहस्पतिवार को अपने गृह राज्य और जनपदों से ट्रक में भरकर कामगार सिंभावली पहुंचे। यहां 50 कामगारों को छोड़कर ट्रक चालक अन्य कामगारों को लेकर गाजियाबाद की ओर रवाना हो गया। ये लोग सिंभावली चीनी मिल और अन्य कारखानों में काम करेंगे।
भले ही कोरोना संकट अभी खत्म नहीं हुआ है, लेकिन देश अनलॉक 5 में आगे बढ़ रहा है। इसी कड़ी में अब हजारों प्रवासी श्रमिक जो लॉकडाउन के दौरान अपने गृह राज्य वापस आए थे वह एक बार फिर काम पर लौटने लगे हैं। पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड से श्रमिक वापस आ रहे हैं। इसके अलावा कारखानों की ओर से भी अपने श्रमिकों को वापस बुलाए जाने को लेकर कई तरीके के उपाय किए जा रहे हैं।
वही, बृहस्पतिवार सुबह ट्रक में बैठकर बिहार से करीब 130 कामगार सिंभावली चीनी मिल पहुंचे। यहां पर 50 कामगार मिल में चले गए, जबकि शेष कामगार गाजियाबाद, दिल्ली के लिए रवाना हो गए। वहीं कामगारों को वापस पाने के लिए ठेकेदार तीन महीने का अग्रिम मानदेय दे रहे हैं। साथ ही उनके वापस आने का खर्चा भी दे रहे हैं और कोरोना वायरस टेस्ट कराने का भुगतान भी कर रहे हैं। श्रमिक भी अब यह दावा कर रहे हैं कि वह पहले जहां कार्य कर रहे थे। वहीं से उनके लिए बुलावा भेजा जा रहा है। उनकी हर सुविधा का ख्याल भी रखे जाने का आश्वासन दिया जा रहा है।
गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर में बहुत से प्रवासी मजदूर काम करते हैं और लॉकडाउन के दौरान घबराकर अपने्-अपने घरों को लौट गए थे, लेकिन अब वे तेजी से लौट रहे हैं। दिल्ली में भी पिछले कुछ महीने के दौरान बड़ी संख्या में मजदूर वापस लौटे हैं।