प्रवासी श्रमिक बदहाली का हो रहे शिकार, घरों को लौटने के दौरान झेलनी पड़ रही ढेरों दिक्कत
लॉकडाउन बढ़ने की घोषणा होने के बाद विभिन्न प्रांतों में कामकाज करने वाले प्रवासी श्रमिक अपने घरों में पहुंचने को बुरी तरह बेताब हैं। इस दौरान उन्हें कई परेशानी हो रही है।
ब्रजघाट [राम मोहन शर्मा]। लॉकडाउन बढ़ने की घोषणा होने के बाद विभिन्न प्रांतों में कामकाज करने वाले प्रवासी श्रमिक अपने घरों में पहुंचने को बुरी तरह बेताब हैं, परंतु औरेय्या के सड़क हादसे में 26 लोगों की मौत होने से प्रवासी श्रमिकों की दिक्कत और भी बढ़ गई है। निजी वाहनों में सवार होकर जाने के दौरान अमरोहा
पुलिस द्वारा गंगा पुल पार करने से रोके जाने पर हजारों श्रमिकों को सुबह से लेकर शाम तक चिलचलिाती धूप में बैठकर लू के थपेड़े झेलने पड़े। दोपहर तक छह सौ से अधिक प्रवासी श्रमिकों को बसों से उनके घरों को रवाना किया गया।
गंगा पुल पर हुआ था हंगामा
करीब दो सप्ताह पहले गंगा पुल पार करने से रोके जाने पर प्रवासी श्रमिकों द्वारा जमकर हंगामा किया था। जिले के अफसरों ने मौके पर पहुंच कर उनके जाने की व्यवस्था कराई थी। डेढ़ सप्ताह के भीतर करीब 12 हजार श्रमिकों को रोडवेज बसों के माध्यम से उनके गंतव्य स्थलों को रवाना किया था। इसके उपरांत कमिश्नर और आईजी का दौरा होने के बाद प्रवासी श्रमिकों को मेरठ मंडल से जुड़े जनपदों के पुलिस प्रशासन द्वारा रोडवेज बसों से उनके गंतव्यों को भिजवाने का सिलसिला प्रारंभ किए जाने पर प्रवासी श्रमिकों के ब्रजघाट में एकत्र होना रुक गया था।
26 लोगों की हुई थी मौत
इधर, शनिवार को औरैय्या में हुए सड़क हादसे में 26 लोगों की मौैत होने पर सीएम योगी द्वारा दिए गए कड़े निर्देशों ने घरों को लौट रहे प्रवासी श्रमिकों की दिक्कत और बढ़ा दी है। क्योंकि, ट्रक और टैंपो जैसे निजी वाहनों में सवार होकर घरों को लौट रहे प्रवासी श्रमिकों को शनिवार की रात से लेकर रविवार की सुबह तक अमरोहा पुलिस ने ब्रजघाट गंगा पुल पार नहीं करने दिया। जिससे महिला बच्चों समेत करीब चार हजार प्रवासी श्रमिकों को ब्रजघाट के पार्किंग स्थल में पड़ाव डालकर दिनभर चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़े झेलने को मजबूर होना पड़ा। हर कोई इसी प्रयास में था कि जल्द से जल्द अपने घरों को पहुंच सके। महिलाएं और बच्चे काफी परेशान हो रहे थे।
डीएम अदिति सिंह, एसपी संजीव सुमन, अपर जिलाधिकारी जयनाथ यादव ब्रजघाट पहुंचे और वहां मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी श्रमिकों को भेजा जाए उन्हें किसी तरह की दिक्कत न हो। इसका ध्यान रखा जाए।
प्रवासी श्रमिकों की भीड़ से गंगा पुल पर जाम लगने से हाईवे का यातायात ठप हो गया। अमरोहा पुलिस द्वारा पुल पार करने से रोकते हुए प्रवासी श्रमिकों को ट्रैक और टेंपो जैसे वाहनों से नीचे उतारकर वापस लौटा दिया गया। इससे ब्रजघाट गंगा पुल से लेकर पार्किंग स्थल तक प्रवासी श्रमिकों की भीड़ जुटने पर जाम लग गया और फिर दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे का यातायात बाधित हो गया। एसडीएम विजय वर्धन तोमर, सीओ पवन कुमार, इंस्पेक्टर राजपाल तोमर, चौकी प्रभारी सतपाल सिंह ने कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद गंगा पुल पर लगे जाम को खुलवाकर हाईवे के यातायात को सुचारू कराया।