Meerut-Bulandshahr Highway: कुराना टोल प्लाजा पर महंगा पड़ा बिजली विभाग के अधिकारी से टोल मांगना, हुई बहस तो कटवा दिया कनेक्शन
Meerut-Bulandshahr Highway-टोल के प्रबंधक कुनाल चौधरी का कहना है कि उनके टोल का बिल भी जमा है लेकिन टोल मांगने पर बेवजह बिजली कटवा दी गई। मामले में अधीक्षण अभियंता यूके सिंह का कहना है कि प्रबंध निदेशक के आदेश पर प्रकरण की जांच की जा रही है।
हापुड़, जागरण संवाददाता। Meerut-Bulandshahr Highway मेरठ- बुलंदशहर हाईवे के कुराना टोल प्लाजा पर ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता पिलखुवा और टोल कर्मियों के बीच बहस हो गई। आरोप है कि टोल मांगने से क्षुब्ध होकर अधिशासी अभियंता ने टोल की बिजली कटवा दी। मामले की शिकायत प्रबंध निदेशक से हुई तो उन्होंने फटकार लगाते हुए बिजली को जुड़वा दिया।
मामले में अधीक्षण अभियंता को जांच सौंपी गई है। मामला जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। उधर, अधिशासी अभियंता ने टोल कर्मियों पर उनसे और लाइनमैन से अभद्रता व मारपीट का आरोप लगाया है। थाना हाफिजपुर क्षेत्र के
मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर कुराना टोल प्लाजा है। सोमवार को पश्चिमांचल के प्रबंध निदेशक अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बुलंदशहर में पूरे जोन की बैठक बुलाई हुई थी। बैठक में हिस्सा लेने के लिए अधिशासी अभियंता पिलखुवा भूपेंद्र सिंह भी जा रहे थे। जब वह कुराना टोल प्लाजा पर पहुंचे तो टोल मांगने को लेकर बहस हो गई।
चालक ने कार में बैठे अधिशासी अभियंता पिलखुवा के बारे में जानकारी और सरकारी काम से जाने की बात कही। पिलुखवा का हवाला दिया। इसके बाद भी टोल लेने पर कर्मचारी अड़े रहे। जिसके बाद कार से फास्ट टैग निकालकर शीशे पर चिपकाया गया। लगभग 15 मिनट बाद वह फास्ट टैग से टोल देकर निकल गए। थोड़ी देर बाद कुछ बिजली कर्मी वहां पहुंचे। जहां उन्होंने टोल के पास पहुंचकर ट्रांसफार्मर से बिजली काट दी। इस दौरान टोल पर अंधेरा छा गया।
पूरे मामले की शिकायत आला अधिकारियों से की गई। जिस पर मेरठ एमडी ने तुरंत अधीक्षण अभियंता को कनेक्शन जोड़ने के आदेश दिए गए। साथ ही पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। मामले में टोल के प्रबंधक कुनाल चौधरी का कहना है कि उनके टोल का बिल भी जमा है, लेकिन टोल मांगने पर बेवजह बिजली कटवा दी गई। मामले में अधीक्षण अभियंता यूके सिंह का कहना है कि प्रबंध निदेशक के आदेश पर प्रकरण की जांच की जा रही है। मंगलवार शाम तक रिपोर्ट तैयार कर भेज दी जाएगी।