एनआइए की रडार पर कई और दहशतगर्द
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दशहत का नेटवर्क फैलाने वाले एनआईए व अन्य जांच एजेंसियों की रडार पर है। इस नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचकर उनके नष्ट करने के लिए टीम लगी हुई है। इसी क्रम में हथियार तस्करों का रिकार्ड खंगाला जा रहा है।
जागरण संवाददाता, हापुड़
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आतंक फैलाने वाले एनआइए और अन्य जांच एजेंसियों की रडार पर हैं। जांच एजेंसियों की टीम इन आंतकवादियों के नेटवर्क नष्ट करने में लगी है। इसी क्रम में हथियार तस्करों का रिकार्ड खंगाला जा रहा है।
सूत्रों की मानें तो जांच एजेंसी द्वारा हथियार तस्करों का आइएस से जुड़ाव की जांच की जा रही है। जांच एजेंसियों का जाल हापुड़, अमरोहा, मेरठ में तो फैला है, इसके अलावा मेरठ जोन के आसपास के जनपदों में भी छापामार कार्रवाई हो सकती है। पिछले दिनों जांच एजेंसियों की सटीक जानकारी और बेहतर नेटवर्क के कारण अमरोहा, मेरठ और हापुड़ में छापामार कार्रवाई कर आइएस के स्लीपर मॉड्यूल के जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया था। वहीं पकड़े गए लोगों के नजदीक रहे लोगों को पूछताछ का डर सता रहा है। जांच एजेंसी पकड़े गए आरोपितों की फोन कॉल डिटेल की गहनता से जांच कर रही है।
एनआइए और एटीएस की टीम ने 26 दिसंबर को दिल्ली और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के 17 स्थानों पर छापामार कार्रवाई कर आइएस के नए मॉड्यूल के सरगना मुफ्ती सुहैल सहित दस लोगों को गिरफ्तार किया था। सुहैल के दो भाइयों को भी पकड़ा था। सूत्रों के अनुसार इनके कब्जे से आइएसआइएस के कई झंडे, तमंचे, बम टाइमर और विस्फोटक सामग्री बरामद किए गए थे। जनपद के ¨सभावली थाना क्षेत्र के ग्राम वैट से इमाम शाकिब को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के बाद शाकिब के मौसेरे भाई जनपद मेरठ के ग्राम राधना निवासी नईम को भी गिरफ्तार किया गया। दो दिन पहले एनआइए के टीम ने धौलाना थाना क्षेत्र के ग्राम पिपलैड़ा में छापा मारा था। इस कार्रवाई में जनपद मेरठ के ग्राम दिसौरा निवासी मौलाना अफसार को गिरफ्तार किया गया था। शहजाद को हिरासत में लेकर घंटों पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। सूत्रों के अनुसार जांच एजेंसियों का अभियान अभी जारी है। मेरठ रेंज के अन्य जनपदों में भी कई स्थानों पर छापामारी हो सकती है। गिरफ्तार आरोपितों से मिली जानकारी के आधार पर जांच एजेंसियां अगली कार्रवाइयों की रूपरेखा तैयार कर रही है।