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मुंबई के बैंक में नकली सोना रखकर दो करोड़ का लिया लोन, यूपी से दो लोग गिरफ्तार

महाराष्ट्र पुलिस ने नगर कोतवाली क्षेत्र के सर्राफा बाजार में दबिश देकर दो सर्राफा व्यापारियों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि सर्राफ ने आभूषण में कम मात्रा में सोना लगाया था और 22 कैरेट होलमार्क लगाकर बिक्री किया था।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 04 Feb 2021 06:10 PM (IST)Updated: Thu, 04 Feb 2021 07:29 PM (IST)
दो सर्राफा व्यापारियों को गिरफ्तार किया है।

हापुड़ [केशव त्यागी]। कोतवाली क्षेत्र के सर्राफा बाजार में बृहस्पतिवार दोपहर मुंबई (महाराष्ट्र) के थाना मोहोल पुलिस ने छापामार कार्रवाई कर दो सर्राफा व्यापारियों को गिरफ्तार किया है। उक्त दोनों ने मात्र 30 से 40 प्रतिशत सोने से बने आभूषणों पर 22 कैरेट का होलमार्क लगाकर बिक्री किया था। जिनके माध्यम से कुछ आरोपितों ने मुंबई के जिला सोलापुर के थाना मोहोल क्षेत्र स्थित बैंक व सर्राफा व्यापारियों से करीब दो करोड़ की ठगी की है। इस संबंध में 26 जनवरी को मुकदमा दर्ज किया था।

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थाना मोहोल में तैनात एसआइ संतोष इंगले ने बताया कि मारूती प्रभाकर रेवनकर की सावलेश्वर में गंगा ज्वेलर्स नाम से सोने के आभूषणों की दुकान है। 26 जनवरी को पीड़ित ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें पीड़ित ने बताया था कि थाना मोहोल क्षेत्र के पप्पू उर्फ ​​डावल तंबोली व इस्माइल इनस ने 30 से 40 प्रतिशत सोने से बने आभूषण गिरवरी रखकर करीब छह लाख रुपये की ठगी की है।

जांच में पता चला कि आरोपितों ने कई अन्य सर्राफा व्यापारियों, लोगों व बैंकों में फर्जी आभूषणों को गिरवी रखकर करीब दो करोड़ रुपये की ठगी की है। पुलिस ने उक्त दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों से बरामद किए गए आभूषणों की जांच करने पर पता चला कि वह 30 से 40 प्रतिशत सोने के बने हैं। इन आभूषणों पर 22 कैरेट का होलमार्क भी लगा है।

पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि उन्होंने इन आभूषणों को हापुड़ सर्राफा बाजार से खरीदा था। सर्राफा व्यापारियों की गिरफ्तारी को लेकर उन्होंने टीम के साथ बृहस्पतिवार को हापुड़ के सर्राफा बाजार में छापा मारा। यहां से सर्राफा व्यापारी गौरव अग्रवाल व चाह कमाल निवासी अंकुर गोयल को गिरफ्तार किया गया है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सुबोध कुमार सक्सेना ने बताया कि मुंबई पुलिस दोनों सर्राफा व्यापारियों को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है।

कानपुर से भी जुड़ चुके हैं हापुड़ सर्राफा व्यापारियों के नाम

कानपुर स्थित आइसीआइसीआइ बैंक में फर्जी आभूषणों को गिरवी रखकर 8.14 लाख रुपये का ऋण लेने के मामले में तार हापुड़ से जुड़े हैं। पांच जनवरी को कानपुर पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया था। जिनसे जानकारी मिली है कि जो आभूषण गिरवीं रखे थे, वह हापुड़ के सर्राफा बाजार में बनवाया गया था। हालांकि, कानपुर पुलिस ने इस संबंध में हापुड़ पुलिस से अभी तक संपर्क नहीं साधा है।

30 से 40 प्रतिशत सोने से बनते है आभूषण

नाम न छापने की शर्त पर एक सर्राफा व्यापारी ने बताया कि हापुड़ में बनने वाले फर्जी आभूषणों में 30 से 40 प्रतिशत तक सोना होता है। इसके अलावा पीली धातु का प्रयोग किया जाता है। आभूषण बनाते समय ऊपर की मोटी परत सोने की होती है। जबकि, अंदर वाली परत धातु की होता है। इन आभूषणों को कसौटी(सोने की परख करने वाला पत्थर) पर घिसने के इसके असली व नकली होने का पता आसानी से नहीं चल पता है।

आभूषणों पर लगा देते हैं 22 कैरेट का होलमार्क

रुपयों के लालच में सर्राफा व्यापारी फर्जी आभूषणों पर 22 कैरेट का होलमार्क लगा देते हैं। जिसके चलते लोग इन आभूषणों को देखकर धोखा खा जाते हैं। इसका फायदा उठाकर आरोपित आसानी से लोगों को ठगी का शिकार बना लेते हैं।

संकरी गलियों में आभूषण गलाने की भट्टी

सर्राफा बाजार में काफी संख्या में दुकानें है। बाजार की संकरी गलियों में सोने को गलाने के लिए भट्टियां लगी है। कुछ दुकानदार सर्राफ की आड़ में चोरी का सोना गलाने का काम करते हैं। चोरी का सोना कम कीमत पर आसानी से मिल जाता है। जिसे भट्टियों में गलाकर नया रुप दे दिया जाता है। चोरी के सोने से बने आभूषणों को बिक्री कर इस धंधे में लिप्त लोग मोटा मुनाफा कमाते हैं।


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