जनपद में जंगलराज, अपराधी निरंकुश
प्रदेश के मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था को लेकर सख्त हिदायत दे रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा। स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले एक सप्ताह के भीतर जिले में अपराध का ग्राफ बढ़ा है, लेकिन अपराधी एक भी नहीं पकड़ा गया। हत्या, लूट और अब डकैती की वारदात से जिलेवासी थर्रा गए हैं। ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालियां निशान लग रहा है।
जागरण संवाददाता, हापुड़ : मुख्यमंत्री प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर और सख्त हैं। लेकिन उसके बाद भी अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले एक सप्ताह में जनपद में अपराध का ग्राफ बढ़ा है, लेकिन बावजूद उसके अपराधी नहीं पकड़े जा रहे। हत्या, लूट और अब डकैती की वारदातों से जनपदवासी भयभीत हैं। घटनाओं के कारण पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहा है। बता दें कि जनपद में विगत सात दिनों में अपराध आश्चर्यजनक रूप से बढ़े हैं। शायद ही ऐसा कोई दिन जाता होगा, जब यहां चोरी, लूट अथवा हत्या जैसी घटनाएं नहीं होती हों। खास बात यह है कि पुलिस अपराधियों पर अंकुश लगाने के बजाय अधिकांश घटनाओं को दबाने का प्रयास करती है।
- पिछले सात दिनों में हुई अपराध की घटनाएं
02 सितंबर: गोल मार्केट में गोरखपुर के व्यापारियों से दो लाख रुपयों से भरा बैग छीना।
02 सितंबर: पिलखुवा में एक युवक की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या।
04 सितंबर: हाफिजपुर क्षेत्र में सर्राफा कारोबारी पर ताबड़तोड़ फाय¨रग।
05 सितंबर: थाना देहात क्षेत्र के एक मोहल्ले में डेयरी संचालक के घर लूटपाट, मासूम बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या और पुत्र पर जानलेवा हमला।
05 सितंबर: हाफिजपुर थाना क्षेत्र के गांव मोड़ी में मकान से लाखों की चोरी।
06 सितंबर: देहात थाना क्षेत्र के गांव सीतादेई में किसान पर जानलेवा हमला कर 45 हजार रुपये लूटे।
06 सितंबर: पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के परतापुर मार्ग पर बदमाशों ने व्यापारी से कार और नकदी लूटी।
--------------- - क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
जनपद में हुईं सभी घटनाओं के मुकदमे थानों में पंजीकृत कर लिए गए हैं। बदमाशों की तलाश की जा रही है और जल्द ही घटनाओं का पर्दाफाश किया जाएगा।
---राम मोहन ¨सह, अपर पुलिस अधीक्षक