बीएसए के निरीक्षण में खुली विद्यालयों की पोल
सरकारी स्कूलों में बच्चों को शिक्षा देने में शिक्षक कितने लापरवाह हैं इसकी बानगी शनिवार सुबह बीएसए के निरीक्षण में देखने को मिली। निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापक समेत चार शिक्षक अनुपस्थित मिले। जिनका एक दिन का वेतन काटा गया है। जबकि एक शिक्षक बिना सूचना के 11 जनवरी से अनुपस्थित है। जिसके एक माह का वेतन रोका गया है। साथ ही नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण मांगा है।
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर
सरकारी स्कूलों में बच्चों को शिक्षा देने में शिक्षक कितने लापरवाह हैं इसकी बानगी शनिवार सुबह बीएसए के निरीक्षण में देखने को मिली। निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापक समेत चार शिक्षक अनुपस्थित मिले, जिनका एक दिन का वेतन काटा गया है। जबकि एक शिक्षक बिना सूचना के 11 जनवरी से अनुपस्थित है। जिसके एक माह का वेतन रोका गया है। साथ ही नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण मांगा है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र गुप्ता ने बताया कि शनिवार सुबह प्राथमिक विद्यालय पसवाड़ा नंबर-एक का निरीक्षण किया। जिसमें प्रधानाध्यापक रविभूषण व आशीष शर्मा सहायक अध्यापक अनुपस्थित थे। जिनके एक दिन का वेतन काटा गया है। स्टाफ के द्वारा बताया गया कि आशीष शर्मा 11 जनवरी से बिना सूचना के अनुपस्थित चल रहे हें। जिनका माह जनवरी का वेतन रोका जाता है। साथ ही नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है। छात्रों की उपस्थिति और पठन-पाठन का कार्य देखा गया। इसके बाद प्राथमिक विद्यालय पसवाड़ा नंबर-2 का निरीक्षण किया। सहायक अध्यापिका रितु विद्यालय में उनुपस्थित मिलीं। जिनके एक दिन का वेतन काटा जाता है। साथ ही छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिए।
इसके बाद विद्यालय बहादुरगढ़ नंबर-2 का निरीक्षण किया। यहां विद्यालय का सभी स्टाफ उपस्थित मिला। अभिलेखों की जानकारी करने पर पता चला कि निलंबित चल रहे प्रधानाध्यापक नसीरुल्ला खां ने विद्यालय के अभिलेख उपलब्ध नहीं कराए हैं। जिसके बाद नसीरुल्ला खां को चेतावनी दी कि यदि जल्द अभिलेख उपलब्ध नहीं कराए तो उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी। बीएसए ने बताया कि नसीरुल्ला खां ने अपने बच्चे का नाम उस विद्यालय में भी लिखवा रखा है। जबकि पढ़ाई गढ़ के एक निजी स्कूल में करा रहा है। गलत तरीके सरकारी धन का लाभ ले रहा है। इसके बाद प्राथमिक विद्यालय सेहल का निरीक्षण किया। यहां सहायक अध्यापक अनुपस्थित थे। जिनके एक दिन का वेतन काटा गया है, जबकि प्रधानाध्यापक ललित कुमार को निर्देश दिए हैं कि वह विद्यालय का नामांकन बढ़ाएं। इसके बाद प्राथमिक विद्यालय सेहल-2 का निरीक्षण किया। यहां निरीक्षण में स्टाफ उपस्थित मिला। निर्देश दिए कि बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाई जाए।