UP: हापुड़ के फौजी का गांव में हुआ अंतिम संस्कार, पश्चिम बंगाल में हुआ था निधन
गांव निवासी जगदीश सिंह के पुत्र अनुज उर्फ अर्जुन आर्मी की जाट बटालियन में थे। वह वर्तमान में पश्चिम बंगाल के पानागढ़ में तैनात थे। रविवार देर रात हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गई थी। बुधवार सुबह करीब सात बजे शव गांव में पहुंचा।
गढ़मुक्तेश्वर [प्रिंस शर्मा]। पश्चिम बंगाल के पानागढ़ स्थित फोर्स कैंप कार्यालय में तैनात सिंभावली के गांव खुड़लिया निवासी अनुज की हृदय गति रुकने से तीन दिन पहले मौत हो गई थी। बुधवार सुबह जैसे ही उसका शव गांव में पहुंचा तो स्वजन में कोहराम मच गया, वहीं पूरे गांव में भी शोक की लहर दौड़ गई। इससे पहले सैकड़ों युवाओं ने अंतिम यात्रा निकालते हुए भारत माता की जय के ने लगाए, जबकि कोरोना संक्रमण के चलते फौजी को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम सलामी नहीं दी जा सकी।
गांव निवासी जगदीश सिंह के पुत्र अनुज उर्फ अर्जुन आर्मी की जाट बटालियन में थे। वह वर्तमान में पश्चिम बंगाल के पानागढ़ में तैनात थे। रविवार देर रात हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गई थी। बुधवार सुबह करीब सात बजे शव गांव में पहुंचा। इससे पहले ही गांव के सैंकड़ों युवा ट्रैक्टर-ट्रॉली बाइक कार आदि वाहनों से बाबूगढ़ कैंट में पहुंच गए, जहां एंबुलेंस से लाए जा रहे शव के आगे-आगे भारत माता की जय के नारे लगाते हुए युवाओं ने अंतिम यात्रा निकाली। जैसे ही शव गांव में पहुंचा तो स्वजन में कोहराम मच गया, जबकि गांव में शोक की लहर दौड़ गई। शव के अंतिम दर्शन के लिए महिला, पुरुष व बच्चे छतों पर चढ़ गए। करीब आठ बजे अनुज के शव को घर से गांव में स्थित श्मशान घाट ले जाया गया। जहां उसका रीति रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान कोरोना संक्रमण के चलते फौजी को गार्ड ऑफ ऑनर के द्वारा अंतिम सलामी नहीं दी गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय सैनिक संस्था के अध्यक्ष चौधरी मनवीर सिंह, भारतीय किसान यूनियन के पूर्व राष्ट्रीय सचिव चौधरी सत्यवीर सिंह, सिंभावली ब्लाक प्रमुख रविंद्र यादव, ग्राम प्रधान नेत्रपाल सिंह, कैप्टन राजेश चौधरी, देवेंद्र सिंह, सनी कुमार, राजीव यादव, सौरभ शर्मा सहित हजारों लोग मौजूद रहे।