कवियों ने अमर शहीदों को अर्पित किए श्रद्धासुमन
मानव कल्याण मंच के तत्वावधान में आर्य समाज मंदिर एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम में कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। जिसमें प्रसिद्ध व लोकप्रिय कवियों ने भारत मां की वंदना करते हुए अमर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि पंडित सुरेश नीरव और संचालन कवि डा. सतीश वर्धन ने किया। पिलखुवा नगर पालिकाध्यक्ष गीता गोयल, कवि सुरेश बंसल और समाजसेवी चेतन गुप्ता ने कवियों को सम्मानित
संस, पिलखुवा : मानव कल्याण मंच के तत्वावधान में आर्य समाज मंदिर में 'एक शाम शहीदों के नाम' कार्यक्रम में कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। कवि सम्मेलन में कवियों ने भारत मां की वंदना करते अमर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि पंडित सुरेश नीरव और संचालन डॉ. सतीश वर्धन ने की।
कवयित्री राधिका मित्तल ने मां सरस्वती की वंदना कर कवि सम्मेलन का शुभारंभ किया। गाजियाबाद से आए कवि चेतन आनंद ने सुनाया, 'सरहद पर टिकना भी बहुत जरूरी था। सौ-सौ पर इकलौता भारी था। दुश्मन की गर्दन पर ¨कतु आरी था। कवि राजीव ¨सघल ने पढ़ा कि 'यूं सताती रही ¨जदगी, मुस्कराती रही ¨जदगी, जाने क्यों मेरे मुकद्दर पे खिलखिलाती रही ¨जदगी।'
कवि रामवीर आकाश ने पढ़ा कि आज की रात चिरागों को जलाए रखना, अपनी पलकों पे मेरी याद सजाए रखना। कार्यक्रम में र¨वद्र उत्साही, प्रेमनारायण ¨सघल, सुभाष मित्तल, सीमा मित्तल, कपिल बंसल, अनिल गर्ग, प्रेम चंद आर्य, विजय आर्य, गौरव शास्त्री, सुधीर मित्तल, देवेंद्र ¨सघल, प्रदीप मित्तल, प्रमोद मित्तल, संजय मित्तल, संजय गर्ग, पुनीत गर्ग, प्रदीप ¨सघल, मुकेश विश्वप्रेमी, विनोद ¨सघल, अंशुल मित्तल आदि उपस्थित रहे।