हापुड़ : खुले में घूमता रहा कोरोना संक्रमित, डर से कमरे में कैद हुए अस्पताल कर्मी
कोरोना मरीज को देखकर अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति उत्पन्न हो गई। उन्होंने मरीज से बचने के लिए खुद को कमरे में बंद कर लिया।
हापुड़ [मुकुल मिश्रा]। नोएडा के अस्पताल से आए नगर के एक गांव निवासी कोरोना संक्रमित मरीज को एंबुलेंस ने मेरठ रोड स्थित राज्य कर्मचारी बीमा अस्पताल में ही उतार दिया। करीब एक घंटा तक वह मरीज अस्पताल में इधर-उधर भटकता रहा। मरीज को देखकर अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति उत्पन्न हो गई। उन्होंने मरीज से बचने के लिए खुद को कमरे में बंद कर लिया। अस्पताल में कार्यरत कर्मियों ने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी लेकिन, काफी देर तक कोई नहीं पहुंचा। करीब एक घंटा बाद एंबुलेंस मौके पर पहुंची और मरीज को पिलखुवा स्थित मेडिकल कॉलिज में भर्ती कराया गया है।
मरीज के पहुंचते ही मचा हड़कंप
नगर के गांव धनौरा निवासी एक व्यक्ति को मेरठ रोड स्थित राज्य कर्मचारी बीमा अस्पताल से नोएडा स्थित पैनल के अस्पताल के लिए रेफर किया गया था। भर्ती करने से पहले नोएडा के अस्पताल में ही मरीज की कोरोना की जांच कराई गई। जिसमें मरीज में कोरोना की पुष्टि हो गई। वहां के अस्पताल प्रबंधन ने मरीज को एंबुलेंस से वापस हापुड़ के लिए भेज दिया। जैसे ही मरीज मेरठ रोड स्थित बीमा अस्पताल में पहुंचा तो कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।
नहीं थी आइसोलेशन की व्यवस्था
अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड नहीं बना हुआ है और न ही कोरोना के मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था है। ऐसे में वहां तैनात कर्मचारी मरीज को ले जाने की बात कहते रहे। लेकिन, एंबुलेंस कर्मचारियों ने उसे अस्पताल में ही उतार दिया। करीब एक घंटा तक मरीज अस्पताल में भटकता रहा। यह देख कर्मचारी कमरे में कैद हो गए।
काफी इंतजार के बाद एंबुलेंस से मरीज को ले जाया गया
आनन फानन में अस्पताल के कर्मचारियों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फोन किया। लेकिन, काफी इंतजार के बाद भी कोई मौके पर नहीं पहुंचा। करीब एक घंटे तक लंबा इंतजार करने के बाद स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस मरीज को लेने पहुंची। जिसके बाद एंबुलेंस ने मरीज को पिलखुवा के अस्पताल में भर्ती करा दिया। इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. रेखा शर्मा ने बताया कि मरीज की सूचना मिलते ही एंबुलेंस लेकर स्वास्थ्य कर्मियों को रवाना करा दिया गया था। मरीज को उपचार के लिए पिलखुवा स्थित मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है।