हस्तशिल्प कारीगर ने की आत्महत्या
रोजी रोटी के संकट में एक हस्तशिल्प कारीगर आखिरकार जिदगी की जंग हार गया। जिसने कोरोना काल में मजदूर न मिलने से आहत होकर कोई जहरीला पदार्थ खाकर मौत को गले लगा लिया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर:
रोजी-रोटी के संकट में एक हस्तशिल्प कारीगर आखिरकार जिदगी की जंग हार गया, जिसने कोरोना काल में मजदूर न मिलने से आहत होकर जहरीला पदार्थ खाकर मौत को गले लगा लिया। पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
नगर के एक मोहल्ला निवासी व्यक्ति मूढ़े बनाकर अपने परिवार की गुजर बसर कर रहा था। स्वजन के मुताबिक कारोबार न चलने के चलते पिछले कुछ दिनों से परेशान चल रहा था। सोमवार रात में उसने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। कोई जमीन जायदाद न होने के साथ ही पत्नी समेत दो नाबालिग बेटों की गुजर बसर का आखिरी जरिया भी खत्म हो गया। इंस्पेक्टर मुकेश कुमार का कहना है कि मूढ़ा बनाने वाले व्यक्ति ने कोई जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।