गन्ना पर्ची नहीं मिलने से किसान परेशान
पहले तो बीते वर्ष का भुगतान नहीं मिलने से परेशानी बनी हुई है। वहीं अब गन्ना किसानों को पर्चियां नहीं मिल पा रही है। जिससे अन्नदाता मुसीबत में नजर आ रहा है। लेकिन इस समस्या का समाधान होता नजर नहीं आ रहा है।
संवाद सहयोगी, धौलाना:
चीनी मिल की मनमानी से गन्ना किसान परेशान है। मिल प्रबंधन ने अभी तक गत वर्ष में चीनी मिल को बेचे गए गन्ने के मूल्य का पूरा भुगतान नहीं किया है। अब मिल प्रबंधन वर्तमान पेराई सत्र में गन्ना बेचने के लिए किसान को समुचित पर्चियां उपलब्ध नहीं करा रहा है। इस कारण खेतों में गन्ना खड़ा है और किसान उसकी कटाई नहीं कर पा रहा है। धन की अधिक आवश्यकता होने पर किसान क्रशरों पर कम दाम में गन्ना बेचने को मजबूर है। जिला प्रशासन अन्नदाता की समस्या का समाधान नहीं कर पा रहा है।
किसानों की मानें तो धौलाना समिति से जुड़े किसानों को प्रतिदिन दस हजार ¨क्वटल से अधिक पर्चियां जारी की जानी चाहिए। वर्तमान सत्र में गन्ना किसानों को किसी भी दिन सात हजार ¨क्वटल से अधिक गन्ने की पर्ची नहीं मिल पाई हैं। इसके अलावा सप्ताह में केवल तीन दिन ही पर्चियां भेजी जाती हैं। पर्चियां नहीं मिलने से गन्ना किसान परेशान हैं। इस समस्या के समाधान के लिए कई किसान संगठन अधिकारियों से शिकायतें कर चुके हैं, लेकिन कोई सुधार नहीं हो पाया है। किसान ओमवीर ¨सह, अनंगपाल ¨सह, मनोज सिसौदिया, जुगल किशोर शमर, किशन ¨सह आदि ने बताया कि गन्ना पर्ची नहीं मिलने के कारण गन्ना खेतों में ही खड़ा है। समय से गन्ना नहीं कटने के कारण अगली फसल हल्की रह जाएगी। गन्ना विकास समिति के सचिव जयप्रकाश यादव का कहना है कि उन्हें किसानों की समस्या के बारे में जानकारी है। उन्होंने उच्च अधिकारियों और मिल के अधिकारियों से इस समस्या का समाधान करने की मांग की है।