सख्ती का प्रभाव : फोन पर ही वर-वधू को दे रहे आशीर्वाद
जागरण संवाददाता हापुड़ कोविड-19 के नए दिशा-निर्देश के बाद वाट्सएप फेसबुक व ट्विटर
जागरण संवाददाता, हापुड़:
कोविड-19 के नए दिशा-निर्देश के बाद वाट्सएप, फेसबुक व ट्विटर पर दिनभर मैसेज चल रहे हैं, जिनमें लोग लिख रहे हैं कि आपके आमंत्रण के लिए बहुत-बहुत आभार, वर-वधू को हमारा आशीर्वाद। माफ करें, हम नहीं आ रहे हैं। हमारी जगह दूसरे मेहमान का नाम तय कर लें। मौका मिला तो फिर कभी आएंगे। सहालग की तैयारियों के बीच शासनादेश आने के बाद शादी वाले घरों में दिनभर होटल मालिक, मैरिज होम संचालक व सजावट वालों की बैठकें चलीं। जिस आयोजन में पांच से 10 लाख रुपये खर्च होते थे, वहां एक चौथाई भी खर्च नहीं हो रहे हैं। कारोबारी दिनभर वैवाहिक आयोजकों से संपर्क करते रहें। शादी की तैयारियां करने वालों ने मेहमानों की नई सूची बनाने में माथापच्ची शुरू कर दी है। वह विभिन्न तरह से रिश्तेदारों को मैसेज करके और काल करके शादी में न आने का अनुरोध कर रहे हैं। हैं खास, मगर शादी में शरीक न हो पाने का रहेगा मलाल
पहले लाकडाउन ने और अब शासन के नए आदेश ने हर किसी के घर में उथल-पुथल मचा दी है। कई परिवार ऐसे हैं जो शादी वाले घर के खास है, लेकिन वह भी शरीक नहीं हो पा रहे हैं। उनके दिल में मलाल है कि वह शादी में नहीं जा पाएंगे, लेकिन कोविड के नियम का पालन करना भी मजबूरी है। वह मैसेज मिलने के बाद गुस्से में हैं।
आएंगे दूल्हे राजा, मगर बिन बैंड-बाजा
कोरोना काल में शादी की तारीख निरस्त कराने वालों ने अनलाक में मिली छूट को मौका बनाया था। उम्मीद थी कि धूमधाम से शादी होगी। लेकिन, सरकार के नए आदेश से इन सभी के माथे पर फिर चिता की लकीरें आ गई हैं। शादी में न सिर्फ 100 लोग शरीक होंगे, बल्कि न तो आतिशबाजी होगी और बैंड-बाजा, डीजे तो क्या ढोल भी नहीं बस सकेगा। यानी दूल्हे राजा बरात लेकर आएंगे जरूर, मगर उनके साथ बैंड नहीं होगा। कोविड-19 नियमों का करना होगा पालन
एसडीएम सत्य प्रकाश ने बताया कि प्रशासन द्वारा शादी में शरीक होने के लिए सशर्त अनुमति दी जा रही है। जिसमें सिर्फ 100 लोग ही शामिल हो पाएंगे। सभी को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। पर्याप्त मात्रा में सैनिटाइजर रखना होगा। सभी को दो गज की दूरी का पालन करना होगा। थर्मल स्कैनर रखने होंगे। कार्यक्रम स्थल पर प्रत्येक घंटे हाईपोक्लोराइड का मिश्रण छिड़काव किया जाना अनिवार्य है। शादी में डीजे, बैंड-बाजा, ढोल और आतिशबाजी का प्रयोग नहीं किया जाएगा। शर्तो का पालन न करने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। क्या कह रहे हैं लोग
सात दिसंबर की बेटी की शादी है। सभी रिश्तेदारों और परिचितों को कार्ड वितरित हो चुके हैं। शासनादेश मिलने के बाद उनमें से अधिकतर को मैसेज भेजकर व काल करके न आने अनुरोध किया जा रहा है। महामारी के इस दौर में जारी दिशा-निर्देश का हम सभी को पालन करना होगा। हम जिला प्रशासन का सहयोग करेंगे।
-नरेंद्र शर्मा, बेटी के पिता 28 नवंबर को छोटे भाई की शादी है। बरात की तैयारी पूरी कर ली है। बैंड-बाजा, बस, कार, मैरिज होम समेत कई व्यवस्थाओं के लिए बुकिग की जा चुकी है। अब अंतिम समय में नए दिशा-निर्देश ने सबकुछ बदल दिया है। सभी अरमानों पर पानी फिर गया है। रिश्तेदारों की नई सूची तैयार की जा रही है। उसी के हिसाब से उन्हें बुलाया जाएगा। दोबारा से सूचना देनी होगी।
-ज्ञानेंद्र सिंह बाबी, गांव जरौंठी