पालिका कर्मचारी पर धोखाधड़ी का आरोप लगा किया प्रदर्शन
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर : नमामि गंगे योजना के तहत सफाईकर्मियों को नौकरी दिलाने के नाम पर भ्रष
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर : नमामि गंगे योजना के तहत सफाईकर्मियों को नौकरी दिलाने के नाम पर भ्रष्टाचार किए जाने का आरोप लगाया गया है। गंगा किनारे सफाई करने वाले करीब 40 कर्मचारियों ने पालिका कर्मचारी पर रुपये ऐंठने का आरोप लगाते हुए तहसील पर प्रदर्शन किया। उन्होंने पांच माह से वेतन नहीं मिलने का भी आरोप लगाया है। उपजिलाधिकारी ने जांच के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
मंगलवार सुबह सफाई कर्मचारियों ने तहसील परिसर पहुंच कर संपूर्ण समाधान कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र दिया। उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत ब्रजघाट में गंगा में सफाई के लिए करोड़ों की लागत बनी मशीन लगी हुई है। इस मशीन के साथ कुछ लोगों की टीम भी रहती है, जो घाटों से कूड़ा बीनती है। टीम और मशीन एक ठेकेदार के आधीन काम करती है।
उनका आरोप है कि लगभग पांच माह पहले पालिका कर्मचारी चीनीपाल और एक अन्य व्यक्ति ने सफाई कर्मचारी की नौकरी दिलाने का प्रस्ताव किया। चीनीपाल ने बताया कि प्रत्येक कर्मचारी को 8126 रुपये प्रति माह मिलेंगे। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि इसके एवज में चीनीपाल और उसके साथी ने उनसे पांच हजार रुपये से 10 हजार रुपये तक लिए। पांच माह बीत जाने के बाद भी उन्हें वेतन नहीं मिला है। वेतन की मांग पर उन्हें बार-बार टरका दिया गया। इस संबंध में पालिकाकर्मी चीनीपाल का कहना है कि कर्मचारियों के आरोप निराधार हैं। उसने किसी कर्मचारी से नौकरी दिलाने के नाम पर एक रुपये नहीं लिए। मंत्रालय से बजट नहीं आने के कारण इन कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पाया है। शिकायत करने वालों में राहुल, भारत, ¨चटू, हेमचंद, कुलदीप, प्रदीप, ब्रह्मपाल, अरुण कुमार, कविता, अजय कुमार, सचिन, नीतू, महेंद्री, रेखा, राजीव कुमार, बॉबी, पूनम,
विशाल, विनोद, अमित, नितिन आदि शामिल थे।
उपजिलाधिकारी ज्योति राय का कहना है कि इस मामले की जांच कराई जाएगी। जांच में दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।