22एचपीआर31 की संशोधित फाइल-बाईपास पर उपयुक्त स्थान पर अंडरपास की मांग
संवाद सहयोगी गढ़मुक्तेश्वर बाईपास पर उपयुक्त स्थान पर अंडरपास न मिलने से नाराज चल रहे ग्राम
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर
बाईपास पर उपयुक्त स्थान पर अंडरपास न मिलने से नाराज चल रहे ग्रामीणों का धरना चौथे दिन भी जारी रहा, जिसे सपा और भाकियू ने समर्थन देकर कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ने का भरोसा दिया। हापुड़ के गांव रामपुर से होकर सिभावली क्षेत्र के गांव वैठ मोड़ तक बनाए जा रहे नेशनल हाईवे के बाईपास में उपयुक्त स्थान पर अंडरपास देने की मांग पूरी न होने पर सिभावली क्षेत्र के गांव सिखैड़ा के ग्रामीणों को कोई राहत नहीं मिल पा रही है, जो गांव के पास से होकर बनाए जा रहे बाईपास पर मंगलवार को चौथे दिन भी अनिश्चित कालीन धरने बैठे रहे। ग्रामीणों द्वारा की जा रही इस मांग को कांग्रेस के बाद सपा और भाकियू भानू का समर्थन भी मिल गया है। प्रदेश के पूर्व मंत्री मदन चौहान समेत दोनों संगठनों के दर्जनों कार्यकर्ता धरने में शामिल हुए। पूर्व मंत्री मदन चौहान और भाकियू भानु के जिलाध्यक्ष पवन हूण ने कहा कि गांव सिखैड़ा की बजाए तीन किलोमीटर दूर अंडरपास दिया जाना सीधे तौर पर ग्रामीणों का खुला उत्पीड़न है, क्योंकि इससे हजारों ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कत होने के साथ ही और अपने खेतों में आने जाने के दौरान किसानों को भी लंबा फेर काटना पड़ेगा।
उन्होंने दावा किया कि ग्रामीणों की इस वाजिब लड़ाई में सपा और भाकियू उनके साथ पूरी तरह कंधे से कंधा मिलाकर हरसंभव स्तर पर संघर्ष करेगी। भाकियू जिला संरक्षक अजय त्यागी ने कहा कि चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी में ग्रामीण चार दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं, तीन दिन से चल रहा है, परंतु संबंधित विभाग के अधिकारी सुध लेना तो दूर बल्कि वार्ता करने को भी तैयार नहीं हैं। प्रधान रणधीर, राकेश चौहान, मास्टर नसीम, अर्जुन त्यागी, रामकुमार आर्य, शेर मोहम्मद, सतबीर, सुबीश त्यागी, रतनवीर, सुधीर, हरीश, शकील, पप्पू, विक्की, ब्रह्मपाल, अभय त्यागी, इकबाल, राजवीर त्यागी, जगवती, पवन त्यागी, सोहनबीर, इशरत चौधरी समेत दर्जनों किसान धरने में शामिल हुए।