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कुकर्म के प्रयास के आरोपी की उपचार के दौरान मौत

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर : कुकर्म का प्रयास करने के मामले में वांछित चल रहे आरोपी की म

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Mar 2018 03:00 AM (IST)Updated: Mon, 19 Mar 2018 03:00 AM (IST)
कुकर्म के प्रयास के आरोपी की उपचार के दौरान मौत

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर : कुकर्म का प्रयास करने के मामले में वांछित चल रहे आरोपी की मेरठ के मेडिकल कालेज में उपचार के दौरान मौत हो गई। पहचान नहीं होने पर मेरठ पुलिस ने शनिवार शाम अंतिम संस्कार कर दिया। रविवार दोपहर सूचना मिलने पर मिलने पर परिवार में कोहराम मच गया। हालांकि परिवार के सदस्य आरोपित की पहचान करने मेरठ नहीं गए। नौ मार्च की शाम 11 वर्षीय किशोर साइकिल से बहादुरगढ़ सामान लेने जा रहा था। रास्ते में साइकिल में कुछ खराबी आने पर वह उसे ठीक करने के लिए रुक गया। इस दौरान गांव निवासी संजय वहां पहुंच गया। उसने किशोर का मुंह बंद कर उसे खेतों में खींच लिया। आरोपित ने उसके साथ कुकर्म करने का प्रयास किया। किशोर की चीख सुनकर आसपास के खेतों में काम कर रहे ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। उन्हें देखकर आरोपी ने भागने की कोशिश की लेकिन ग्रामीणों ने उसे दबोच लिया पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने उसे कब्जे में लेकर इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाया। इसके बाद पुलिस ने उसे मेरठ में मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया। इसके बाद पुलिस ने उसकी कोई सुधि नहीं ली। उपचार के दौरान आरोपित की 14 मार्च में मौत हो गई। मेडिकल कॉलेज के अधिकारी पुलिस से संपर्क करते रहे, लेकिन बहादुरगढ़ पुलिस वांछित आरोपी को भर्ती कराने के बाद भूल गई। इसके बाद मेडिकल थाने की पुलिस ने शनिवार शाम उसका लावारिस में अंतिम संस्कार कर दिया। रविवार दोपहर आरोपित के परिजन को जानकारी हुई तो परिवार में कोहराम मच गया। थाना बहादुरगढ़ प्रभारी जयपाल ¨सह रावत का कहना है कि संजय पर कुकर्म के प्रयास करने का मुकदमा दर्ज था। उसकी मेरठ के मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान मौत हो गई। ------------------

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--बच्ची से बलात्कार और हत्या के आरोप में जेल में था संजय

थाना प्रभारी जयपाल ¨सह रावत ने बताया कि संजय ने वर्ष 2002 में अपने साथी प्रमोद के साथ मिलकर गांव में ही नौ वर्षीय बच्ची का अपहरण कर दुष्कर्म किया था। इसके बाद दोनों ने बच्ची की हत्या कर पहचान छिपाने के लिए उसके चेहरे पर तेजाब डाल दिया था। उन्होंने बताया कि उस मामले में एडीजे प्रथम गाजियाबाद ने संजय को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। ग्रामीणों ने बताया कि आरोपी 11 वर्ष बाद दो माह पहले ही सजा काटकर गांव आया था।

क्या कहती है पुलिस

थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी संजय के खिलाफ नौ मार्च को कुकर्म के प्रयास का मुकदमा दर्ज हुआ था। संजय वांछित चल रहा था। संजय की मौत हुई है या नहीं मुझे जानकारी नहीं है। --जयपाल ¨सह रावत, थाना बहादुरगढ़ प्रभारी

--क्या कहते हैं डॉक्टर

संजय नामक व्यक्ति को इस्माइल नामक पुलिसकर्मी द्वारा नौ मार्च को भर्ती कराया गया था। संजय की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर था। जिसके लिए उसे आर्थोपैडिक वार्ड में शिफ्ट किया गया था। जिसका वह इलाज कर रहे थे। संजय की 14 मार्च में उपचार के दौरान मौत हो गई।

--डॉ. नितिन, इमरजेंसी वार्ड, मेरठ मेडीकल कॉलेज


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