हत्या कर बिटोरे में जलाया शव, जली खोपड़ी और हड्डी बरामद
बड़ौदा ¨हदवान गांव में अज्ञात व्यक्ति की हत्या कर पहचान छिपाने के मकसद से शव बटोरे में जला दिया गया। राख से व्यक्ति की खोपड़ी, हाथ और पैर की जली अवस्था में हड्डी बरामद हुई है। मौके से आठ नंबर की सीधे की चप्पल, माचिस भी मिली है। सूचना पर पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने पहुंचकर जांच पड़ताल की। पुलिस का कहना है कि मृतक की शिनाख्त के लिए प्रयास
संवाद सहयोगी, पिलखुवा:
बड़ौदा ¨हदुआन गांव में अज्ञात व्यक्ति की हत्या कर पहचान छिपाने के उद्देश्य से शव को बिटोरे में जला दिया गया। पुलिस ने चिता की राख से जले हुई खोपड़ी, हाथ और पैर की हड्डी बरामद की हैं। मौके से आठ नंबर की चप्पल और माचिस भी मिली है। सूचना मिलने पर पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। पुलिस का कहना है कि मृतक की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। आसपास के थानों में शव बरामद होने की सूचना भेज दी गई है। गांव निवासी अर¨वद तोमर के मुकीमपुर मार्ग स्थित खेत के निकट उनका बिटोरा था। मंगलवार सुबह जब वह खेत पर पहुंचे तो बिटोरा जला मिला। बिटोरे की राख में जली हुई मानव खोपड़ी देख कर वह दंग रह गया। उसने तुरंत डायल-100 पर सूचना दी तो पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की। जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया। पुलिस के अनुसार बरामद खोपड़ी किसी मनुष्य की होने की संभावना है। राख में पैर और हाथ की जली हुई हड्डियां भी बरामद हुई है। बिटोरे से कुछ दूरी पर किसी पुरुष की सीधे पैर की चप्पल और माचिस भी बरामद हुई है। संभव है कि हत्या करने के बाद पहचान छिपाने के उद्देश्य से शव को बिटोरे में जलाया गया है। फॉरेंसिक टीम ने जांच के लिए हड्डियों और खोपड़ी को कब्जे में लिया है। थाना प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मण वर्मा का कहना है कि मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। राख पूरी ठंडी पड़ चुकी है। इससे लगता है कि शव को चार नवंबर की रात में जलाया गया था। शव पूरी तरह जल चुका है। तत्काल पहचान हो पाना कठिन है। तकनीकी विधियों के माध्यम से पहचान करने के प्रयास किए जाएंगे।