दलपत ने ही लिखा था सुसाइड संबंधित पत्र
प्रिस शर्मा गढ़मुक्तेश्वर खोजबीन के दौरान गंगा किनारे मिला सुसाइड संबंधित पत्र बच्ची से दुष्कर्म
प्रिस शर्मा, गढ़मुक्तेश्वर
खोजबीन के दौरान गंगा किनारे मिला सुसाइड संबंधित पत्र बच्ची से दुष्कर्म के आरोपित दलपत ने ही लिखा था। उसका उद्देश्य पुलिस को गुमराह करने का था, लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाया, जिसकी पुष्टि फॉरेंसिक लैब के परीक्षण में हुई है।
गढ़ गंगा खादर क्षेत्र के एक गांव की छह वर्षीय मासूम बच्ची को छह अगस्त की शाम जंगल में ले जाकर दरिदगी की गई थी। जांच पड़ताल के दौरान पता चला था कि घटना को दलपत निवासी जनपद अमरोहा ने अंजाम दिया है। उसने कई दिनों तक गंगा की तलहटी वाले जंगल और उससे जुड़े गांवों में पड़ाव डालने वाली पुलिस को भटकाने की कोशिश की। दलपत ने गंगा में कूदकर आत्महत्या करने की जानकारी देते हुए 13 अगस्त को गंगा किनारे एक पत्र छोड़ दिया था। उसके पास उसने अपने कपड़े और आधार कार्ड की छायाप्रति भी रखी थी। इसके एक दिन बाद पुलिस ने दलपत को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने गंगा किनारे मिले सुसाइड संबंधित पत्र को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा था, जिससे यह पता चल सके कि यह पत्र दलपत ने लिखा था या किसी और ने लिखा था।
कोतवाली प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि गंगा किनारे मिला सुसाइड संबंधित पत्र खुद दलपत ने ही लिखा था, जिसकी पुष्टि विधि विज्ञान प्रयोगशाला द्वारा कर दी गई है, जहां दलपत के लेख और उस पत्र के लेख को मिलान के लिए भिजवाया गया था। उन्होंने बताया कि आरोपित के विरुद्ध पंजीकृत अभियोग में अब साक्ष्य छिपाने की धारा की बढ़ोतरी भी की जाएगी।