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11 मिनट में घटनास्थल पर पहुंच रही पुलिस : ओपी ¨सह

पुलिस महानिदेशक ओपी ¨सह ने कहा कि प्रदेश की पुलिस आधुनिक तकनीकि का प्रयोग कर आगे बढ़ रही है। इसलिए प्रदेश में अब अपराध का ग्राफ निरंतर कम होता जा रहा है। अपराधियों में पुलिस का खौफ है। तभी तो घटनास्थल पर पहुंचने वाला रेस्पांस टाइम घटकर 11 मिनट पर आ गया है। हापुड़ जिला संवेदनशील है। हालांकि यहां का पुलिस प्रशासन बेशक चौकन्ना भी है। पिछले कुछ दिनों में यहां पर लॉ एंड आर्डर की समस्या देखने को मिली है। जनता पुलिस पर भरोसा रखें, उन्हें न्याय दिलाना ही पुलिस की प्राथमिकता में शामिल है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Sep 2018 08:14 PM (IST)Updated: Sat, 15 Sep 2018 08:14 PM (IST)
11 मिनट में घटनास्थल पर पहुंच रही पुलिस : ओपी ¨सह
11 मिनट में घटनास्थल पर पहुंच रही पुलिस : ओपी ¨सह

जागरण संवाददाता, हापुड़ : अपराध की सूचना मिलने पर पुलिस 11 मिनट के भीतर ही घटनास्थल पर अब पहुंच जाती है। ऐसा इसलिए संभव हो रहा है क्योंकि अब पुलिस आधुनिक तकनीकि से लैस हो गई है। यह दावा किया है प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने। उन्होंने कहा कि इसी कारण प्रदेश में अपराधों का ग्राफ नीचे आया है।

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उन्होंने जपनद को संवेदनशील बताते हुए स्थानीय पुलिस प्रशासन चौकन्ना बताया। हालांकि उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में यहां कानून व्यवस्था में कमी भी देखने को मिली है। जनता पुलिस पर भरोसा रखे, उन्हें न्याय दिलाना ही पुलिस की प्राथमिकता है।

डीजीपी शनिवार को दिल्ली रोड स्थित नवनिर्मित पुलिस अधीक्षक कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उप्र पुलिस ने ऐसे कई काम किए है, जिनसे प्रशासन की गतिशीलता बढ़ी है। पिछले सात-आठ महीनों में उत्तर प्रदेश पुलिस को काफी गतिशील बनाया गया है। पहले पुलिस घटनास्थल पर 15 से 20 मिनट में पहुंचती थी, लेकिन अब यह समय घटकर 11 मिनट हो गया है। प्रयास किया जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में यह समय घटाकर और कम किया जाए।

पुलिस के वाहनों में लगा आधुनिक सिस्टम पूरी दुनिया के लिए मिसाल हैं। इन वाहनों में लगे आधुनिक उपकरण घटनास्थल पर पहुंचने के बाद वास्तविकता की जानकारी भी देते हैं। इसके अलावा पुलिस विभाग के कर्मचारियों को कई स्थानों पर विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया है। पुलिस की कार्यशैली और व्यवहार बहुत अच्छा होना चाहिए। जहां-जहां पुलिस कर्मियों का व्यवहार अच्छा पाया गया, वहां पुलिस कर्मियों को ईनाम, पदक और प्रशस्ति पत्र भी दिए गए हैं। जहां पुलिस के खराब व्यवहार की शिकायत आई है, वहां कड़ी कार्रवाई की गई है। पिछले दिनों शाहजहांपुर में एक ठेले वाले को पीटने पर एक पुलिस कर्मी की सेवा समाप्त कर दी गई थी। पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत बेहतर है। जहां-जहां अपराध हुए हैं, वहां पर पुलिस ने आमतौर पर 24 अथवा 48 घंटे में काबू पा लिया है।

पुलिस महानिदेशक ने बताया कि एक जनवरी से सितंबर माह तक डकैती के मामलों में 36 प्रतिशत, लूट की घटनाओं में 19 प्रतिशत और दुष्कर्म जैसी घटनाओं पर 6.58 प्रतिशत की कमी आई है। भविष्य में पुलिस विभाग को आधुनिक तकनीकि के माध्यम से और मजबूत किया जाएगा।

- पुलिस नौ आतंकियों को कर चुकी है गिरफ्तार

पुलिस महानिदेशक ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में पुलिस ने आतंक पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया है। स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले कुछ दिनों में नौ आंतकियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा आतंकियों को धन दिए जाने की प्रक्रिया पर भी पुलिस निरंतर शिकंजा कस रही है। कानपुर में पकड़े गए आतंकी की निशानदेही पर प्रदेश पुलिस ने असम से भी एक आतंकी को गिरफ्तार किया है, जिसे लेने के लिए पुलिस टीम रवाना हो गई है।

--------------- - पहली बार कांवड़ यात्रा में तीन दिन के लिए रोका गया ट्रैफिक-

उन्होंने बताया कि मेरठ मंडल के लिए कांवड़ यात्रा और अन्य त्योहार काफी महत्वपूर्ण होते हैं। आमतौर पर इस यात्रा में हरिद्वार-दिल्ली मार्ग पर पांच दिन पहले यातायात रोक दिया जाता था, लेकिन इस वर्ष केवल तीन दिन के लिए ही यातायात रोका गया। मोहर्रम के लिए भी पुलिस ने पूरी तैयारियां कर रखी है।


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