आयोग का चाबुक : प्रत्याशी को महंगी पड़ेंगी स्टार प्रचारक की प्रशंसा
सियासी जंग में अपने दलों के योद्धाओं की जीत के लिए शीर्ष नेता चुनावी सभा कर रहे हैं। सभा करने के दौरान स्टार प्रचारक जिस प्रत्याशी का भी नाम मंच से लेगें उसे भी चुनावी सभा का खर्च का हिसाब देना पड़ेगा। अगर स्टार प्रचारक किसी अन्य क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी की भी तारीफ करते हैं तो फिर उस सभा का खर्च दूसरे प्रत्याशी के हिसाब में भी जोड़ दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, हापुड़ : लोकसभा चुनाव की लड़ाई में विभिन्न दलों के योद्धाओं की जीत के लिए शीर्ष नेता चुनावी सभा कर रहे हैं। सभा में स्टार प्रचारक जिस प्रत्याशी का भी नाम मंच से लेंगे, उसे भी चुनावी सभा के खर्च का हिसाब देना पड़ेगा। अगर स्टार प्रचारक किसी अन्य क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी की भी तारीफ करते हैं तो उस सभा का खर्च दूसरे प्रत्याशी के हिसाब में भी जोड़ दिया जाएगा। इस बार शीर्ष नेताओं के मुंह से अपनी तारीफ सुनना दूसरे क्षेत्र के प्रत्याशी को भी महंगा पड़ेगा। दूसरे लोकसभा क्षेत्र में स्टार प्रचारक द्वारा तारीफ के दो बोल बोलने उसे काफी महंगे साबित होंगे। स्टार प्रचारक द्वारा ऐसा करने से उस चुनावी सभा का खर्च उस प्रत्याशी को भी अपने खाते में दिखाना पड़ेगा, जिसकी तारीफ की गई है। इससे प्रत्याशियों द्वारा खर्च की तय सीमा अव्यवस्थित हो सकती है। जनपद के तीन विधानसभा क्षेत्र अलग-अलग तीन लोकसभा क्षेत्रों गाजियाबाद, मेरठ और अमरोहा में शामिल हैं। सभी दलों ने अपने स्टार प्रचारकों के नाम की घोषणा कर दी है और लोकसभा के हिसाब से उनकी चुनावी सभा भी तय की जा चुकी हैं। स्टार प्रचारकों में पार्टी के कद्दावार नेता, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के अलावा फिल्मी सितारे एवं अन्य क्षेत्र के प्रसिद्ध लोग हैं। ये स्टार प्रचारक रैली, रोड शो आदि के माध्यम से प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने की अपील करते हैं, दरअसल राजनीतिक दलों का प्रयास रहता है कि स्टार प्रचारकों की मदद से मतदाताओं को अपने प्रत्याशी के पक्ष में किया जा सके। स्टार प्रचारकों को एक दिन में कई क्षेत्रों में चुनावी सभा करने के लिए जाना होता है। इस कारण ये लोग कई क्षेत्रों के प्रत्याशियों को एक ही मंच पर बुलाकर सभा करते हैं। दूसरे क्षेत्र में भी बढ़त बनाने के लिए अपने दल के प्रत्याशी की तारीफ करते हैं। भारतीय निर्वाचन आयोग के अनुसार रैली अथवा रोड शो में दूसरे क्षेत्र के प्रत्याशी का नाम, फोटो, फ्लैक्स, बैनर अथवा होर्डिंग दिखा तो फ्लाइंग स्क्वायड समेत अन्य टीम रिकॉर्डिंग करेगी। इसके बाद उस कार्यक्रम का खर्चा सभी प्रत्याशियों के खाते में बराबर मात्रा में जोड़ दिया जाएगा।