शहर के जाम ने किया शहरवासियों को बेहाल
नवंबर का महीना और यातायात पुलिस का माह भी शुरू हो गया है। शुक्रवार को यातायात माह के दूसरे दिन भी शहर की यातायात व्यवस्था धड़ाम हो गई। स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहर के प्रमुख तहसील चौपला पर लगे जाम से लोगों का हाल बेहाल हो गया था। सुबह से दोपहर तक लगे जाम को यातायात पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद खुलवाकर लोगों को राहत की सांस दिलाई।
जागरण संवाददाता, हापुड़ : यातायात माह में भी शहर में जाम का झाम बरकरार है। दूसरे दिन भी शहर की यातायात व्यवस्था बेपटरी रही। आलम यह है कि स्थिति दिन ब दिन बद से बदतर होती जा रही है। शहर के प्रमुख तहसील चौपला पर लगे जाम से लोगों का हाल बेहाल हो गया था। सुबह से दोपहर तक लगे जाम को यातायात पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद खुलवाकर लोगों को राहत की सांस दिलाई।
शुक्रवार सुबह करीब साढ़े दस बजे शहर के प्रमुख तहसील चौपला पर वाहनों का दवाब एकाएक बढ़ गया। वाहनों का दवाब बढ़ने से कुछ ही देर में वाहनों की लंबी-लंबी कतार लगनी शुरू हो गई। कुछ ही देर में वाहनों की आवाजाही से बुलंदशहर रोड, कचहरी रोड, मेरठ तिराहा और गढ़-दिल्ली रोड पर भी भी यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गई। जाम में फंसकर लोगों का हाल-बेहाल हो गया था। कुछ ही मिनटों का सफर घंटों में तय होने से लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी।
लोगों का कहना था कि जिले में यातायात माह शुरू हो चुका है। ट्रैफिक पुलिस लोगों को नियमों का पालन करने का पाठ तो पढ़ा रही है, लेकिन ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा। ऐसे में लोगों को आए दिन लगने वाले जाम से जूझना पड़ता है। क्योंकि ई-रिक्शा और आटो शहर के प्रमुख चौराहा पर मकड़जाल बनाकर खड़े रहते हैं। इन वाहनों के खिलाफ यातायात पुलिस कोई कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है। सीओ ट्रैफिक राजेश कुमार ¨सह ने बताया कि वाहनों का दवाब बढ़ने से जाम लग गया था। जल्द ही शहर के जाम को खत्म करने की प्ला¨नग बनाकर समस्या से निजात दिलाई जाएगी।