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एलिवेटेड सड़क के निर्माण में अव्यवस्थाओं का बोलबाला

वाराणसी के बाद बस्ती में फ्लाई ओवर गिरने के बावजूद हापुड़ जिला प्रशासन एवं एनएचएआई के अधिकारी कुंभकणी नींद सोए है। करीब डेढ़ साल से पिलखुवा में एलिवेटेड रोड निर्माण कार्य चल रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Aug 2018 08:09 PM (IST)Updated: Sun, 12 Aug 2018 08:09 PM (IST)
एलिवेटेड सड़क के निर्माण में अव्यवस्थाओं का बोलबाला

संजीव वर्मा, पिलखुवा: वाराणसी और बस्ती में फ्लाईओवर गिरने की दुर्घटना के बावजूद हापुड़ जिला प्रशासन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी कुंभकर्णी नींद सोए हैं। लगभग डेढ़ वर्ष से पिलखुवा में एलिवेटेड सड़क का निर्माण किया जा रहा है। इस समयावधि में किसी अधिकारी ने निर्माण स्थल पर पहुंचकर सामग्री या व्यवस्था का निरीक्षण करना उचित नहीं समझा है। अधिकारियों की अनदेखी का परिणाम है कि यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बारह सौ करोड़ की लागत से डासना से हापुड़ तक राष्ट्रीय राजमार्ग को छह लेन किए जाने का काम चल रहा है। इसी प्रक्रिया में पिलखुवा में 4.5 किमी लंबी एलिवेटेड सड़क का निर्माण किया जा रहा है। निर्माण कार्य चेतक इंटरप्राइजेज कंपनी द्वारा कराया जा रहा है। दैनिक जागरण टीम ने रविवार को डूहरी पेट्रोल पंप से छिजारसी पुलिस चौकी तक निर्माण कार्य स्थल का जायजा लिया। इस दौरान देखने को मिला कि मानकों को ताक पर रखकर निर्माण कार्य किया जा रहा है। - सीन 1

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- दोपहर दो बजे

रितु कलेक्शन के सामने अवैध रूप से डिवाइडर को काट कर लोग आवाजाही करते है। इस कारण अंदाजा नहीं लग पाता है कि कब कोई सड़क पार कर रहा है। कई बार इन अवैध कटों को बंद करने का अधिकारी निर्देश जारी कर चुके है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नियमानुसार पर निर्माणदायी संस्था के लोग मौजूद होने चाहिए, परंतु ऐसा नहीं हो रहा है।

----------- -- सीन-2

-- दोपहर ढाई बजे

चंडी मंदिर के निकट एलिवेटेड सड़क निर्माण के दौरान मानकों की अनदेखी की जा रही है। नियम है कि निर्माण कार्य में जुटे कर्मचारी हेलमेट लगाए होने चाहिए। सुरक्षा की दृष्टि से पिलर पर काम करते समय उस पिलर के आसपास सड़क पर कोई व्यक्ति नहीं होना चाहिए। पत्थर या लोहे का सामान भी नहीं होना चाहिए। लेकिन, इन सब नियमों को ताक पर रखा जा रहा है।

------------- --सीन 3

--दोपहर तीन बजे

नगर पालिका परिषद के सामने बड़ी जेसीबी मशीन द्वारा काम होता हुआ मिला। खास बात यह है कि जेसीबी द्वारा पिलर पर जा रहे कर्मचारी के पास सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे और ना ही ऊपर खड़े मजदूर सुरक्षित थे। इसका मुख्य कारण कि निर्माणदायी संस्था के अधिकारियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा समय-समय पर कार्य स्थल का निरीक्षण नहीं करना है। इस कारण निर्माण कार्य में जुटे कर्मचारी नियमों की अनदेखी कर रहे है।

---------------- -- सीन 4

-- शाम पांच बजे

नए बस स्टैंड के निकट एलिवेटेड सड़क का निर्माण करने वाली संस्था की निगाह में शायद लोगों की ¨जदगी कोई अहमियत नहीं रखती है। वाराणसी एवं बस्ती में निर्माण कार्य के दौरान पिलर गिरने से हादसा हुआ था। इसके बावजूद निर्माण के दौरान न तो यातायात रोका जा रहा है और न ही यातायात का मार्ग परिवर्तन किया जाता है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर अक्सर जाम रहता है। इन परिस्थितियों में यदि कोई दुर्घटना हो गई तो जान-माल की भारी हानि होने की आशंका है।

------------ --क्या कहते हैं अधिकारी

कई बार चेतक इंटरप्राइजेज के अधिकारियों को मानकों के तहत कार्य करने के निर्देश दिए जा चुके है, लेकिन लगता है कि बिना सख्ती बरते काम चलने वाला नहीं है। जल्दी ही इंजीनिय¨रग टीम के साथ निरीक्षण कर कार्रवाई की जाएगी। --हनुमान प्रसाद, उपजिलाधिकारी


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