सिमरन ने गांव का नाम प्रदेशस्तर पर किया रोशन
संवाद सहयोगी, पिलखुवा: हाईस्कूल में प्रदेशस्तर पर टापर की सूची में यहां के एक छोटे से
संवाद सहयोगी, पिलखुवा:
हाईस्कूल में प्रदेशस्तर पर टापर की सूची में यहां के एक छोटे से गांव गालंद की बेटी सिमरन भी शामिल है। गांव में पहली बार किसी ने शिक्षा के क्षेत्र में यह मुकाम पाया है। परिजन के साथ ग्रामीणों को इस बेटी पर नाज है। परिवार में खुशी का माहौल है। ग्रामीणों के साथ रिश्तेदार सिमरन और उसके परिजन को बधाई दे रहे हैं।
सिमरन का कहना है कि इस कामयाबी का श्रेय उसके परिजन एवं स्कूल की शिक्षिकाओं को जाता है, जिन्होंने हर गलती पर उसे डांटा था। सिमरन तोमर का कहना है कि वह प्रतिदिन दस से चौदह घंटे पढ़ाई करती थी और यह उसी का फल मिला है। दुख इस बात का है कि वह नौवीं रैंक पर रहीं। हाईस्कूल में प्रदेश स्तर पर आठवीं रैंक पर रहे प्रियांशु भी उसकी कक्षा में पढ़ता है। सिमरन कहती है कि वह आइआइटी की तैयारी कर रही है। इसके लिए को¨चग लेना जरूरी था। वीआइपी इंटर कालेज में वह कक्षा चार से पढ़ रही है। कालेज में अनुशासन और पढ़ाने के तरीके ने ही उसे कामयाबी हासिल कराई है। पिता दीपक तोमर बीएसएफ में हेड कांस्टेबल के पद पर दिल्ली केंद्रीय गृह मंत्रालय में तैनात हैं। माता अनीता देवी गृहणी हैं। छोटी बहन तुषा वीआइपी में कक्षा सातवीं की छात्रा है। बड़ा भाई तुषार राजपूताना इंटर कालेज में कक्षा 11वीं का छात्र है। दादा ओमपाल प्राथमिक विद्यालय से प्रधान अध्यापक पद से रिटायर्ड हैं। दादी ओमवती गृहणी हैं। परिवार में दो चाचा चंद्रशेखर, दुष्यंत और गीता देवी व निर्मल देवी चाची है। मेरी कक्षा के दो बच्चे सिमरन और प्रियांशु ने हाईस्कूल में यूपी की मेरिट में स्थान पाया है। इसका श्रेय कॉलेज की प्रधानाचार्या बीना शर्मा को जाता है, जिन्होंने कालेज में अनुशासन के साथ शैक्षिक माहौल बनाए हुए है।
--असमा कक्षा अध्यापिका प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मेरे नाम से सड़क का निर्माण कराने की घोषणा की है। मेरी इच्छा है कि औद्योगिक क्षेत्र से गालंद को जोड़ने वाले संपर्क सड़क का निर्माण कराया जाए। हाईवे पर जाम के दौरान यह सड़क मिनी बाईपास का काम करेगी और लोगों को बेहतर सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री से फोन पर बातचीत के दौरान भी इसी सड़क के निर्माण की मांग रखनी है।
--सिमरन छात्रा
-सिरमन की इस कायमाबी पर बेहद खुशी हुई है। हमें और अन्य बच्चों को इस प्रकार पढ़ाई करके नाम रोशन करने की प्रेरणा लेनी होगी।
-निम्मी सहपाठी
-हमारी कक्षा के दो बच्चों ने प्रदेश की मेरिट में स्थान पाया है। इससे ज्यादा खुशी की बात और क्या होगी। भविष्य में इसी प्रकार के अंक लाने का प्रयास किया जाएगा।
--कंचन सहपाठी -सिमरन ने बता दिया है कि बेटी किसी से कम नहीं है। गांव में पहली ऐसी बेटी है जिसने गांव का नाम प्रदेश तक रोशन किया है। ग्राम योजना के तहत भी छात्रा के नाम से कोई निर्माण कार्य कराया जाएगा।
-पूनम तोमर, प्रधान गालंद