यमुना व बेतवा की 'कैद' से निकले ग्रामीण
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : यमुना व बेतवा नदी की 'कैद' से गुरुवार को 20 गांव के ग्रामीण निक
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : यमुना व बेतवा नदी की 'कैद' से गुरुवार को 20 गांव के ग्रामीण निकले हैं। दोनों नदियों का जलस्तर घटने से ग्रामीणों ने राहत ली है। माताटीला बांध से छोड़े गए पानी से बुधवार तक यमुना का जलस्तर 101.98 मीटर और बेतवा का जलस्तर 100.56 मीटर पहुंच गया था। गुरुवार सुबह बेतवा नदी का जलस्तर 98.60 मीटर और यमुना का जलस्तर 99.30 तक पहुंचा। इससे सदर विधायक के गांव टिकरौली का पांच फीट पानी में डूबा संपर्क मार्ग अब दिखने लगा है। इससे प्रशासन के साथ ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
टिकरौली गांव का संपर्क मार्ग दिखने से 'जलकैदी' बने ग्रामीण अब मुख्यालय आकर व्यापार करने लगे हैं। हालांकि जलभराव के कारण यह रास्ता कीचड़ से भर गया है। वहीं, संपर्क मार्ग खुलने से करीब एक सैकड़ा से अधिक गांव के लोगों ने राहत महसूस की है। वहीं, 20 गांवों का संपर्क मुख्यालय से पूरी तरह टूट चुका था। अब तीन दिन बाद टिकरौली गांव जाने वाला संपर्क मार्ग खुला तो हजारों ग्रामीणों के चेहरे खिल उठे। ग्रामीण अंकुर ने बताया कि कई दिनों से गांव में ही कैद रहने के बाद गुरुवार को पहला दिन है कि जब मुख्यालय जाकर नौकरी कर सकूंगा। ग्रामीणों ने कहा कि इस रास्ते को बचाने के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाने चाहिए। साथ ही कहिराहा नाले की सफाई भी कराई जाए, ताकि जलभराव की समस्या कम हो सके।
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अब युमना व बेतवा नदी का जलस्तर लगातार उतर रहा है। खतरे जैसी कोई बात नहीं है। बाढ़ चौकियां अलर्ट हैं। संपर्क मार्ग खुल गया है। इस मार्ग पर पानी भरने का सही कारण खोजकर उसका निराकरण किया जाएगा।
- आरपी पांडेय, जिलाधिकारी