कल तलब होंगी बी चंद्रकला, 28 को एमएलसी
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : अवैध खनन के मामले में सीबीआइ के शिकंजा कसने के बाद ईडी ने भ
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : अवैध खनन के मामले में सीबीआइ के शिकंजा कसने के बाद ईडी ने भी सख्त रुख अपनाया है। ईडी ने आइएएस बी चंद्रकला, एमएलसी रमेश मिश्रा समेत 11 आरोपितों के खिलाफ मनी लां¨ड्रग, षड्यंत्र व धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर चुकी है। नोटिस देकर 24 जनवरी को बी चंद्रकला व 28 जनवरी को एमएलसी रमेश मिश्रा को लखनऊ तलब किया गया है। वहीं अन्य आरोपितो को अलग-अलग तारीख दी जा चुकी है। इसे लेकर खनन माफिया में सनसनी फैली है।
टीम खासतौर पर इस बात की जांच कर रही है कि हमीरपुर में वर्ष 2012 से 2016 के बीच मौरंग के अवैध खनन से कमाई गई रकम को कहा निवेश किया गया। वहीं दर्ज किए गए मुकदमे में हमीरपुर से तत्कालीन डीएम बी चंद्रकला, खान अधिकारी मोईनुद्दीन, खान लिपिक राम आसरे प्रजापति, सपा एमएलसी रमेश मिश्रा, इनके भाई दिनेश मिश्रा, पट्टाधारक अंबिका तिवारी, बसपा नेता व पट्टाधारक संजय दीक्षित, सत्यदेव दीक्षित, जालौन निवासी पटटाधारक रामअवतार ¨सह, करन ¨सह तथा लखनऊ निवासी आदिल खान शामिल हैं।
575 दिन बाद डूबी पोकलैंड की भी होगी जांच
पिछले वर्ष अवैध खनन के दौरान कुरारा के पतारा खदान खंड संख्या तीन में अचानक बाढ़ आ जाने से मौरंग से भरा ट्रक व एक पोकलैंड मशीन बेतवा नदी में डूब गई थी। बीते अप्रैल में अवैध खनन की जांच करने जिले आई सीबीआइ टीम ने पतारा खदान पहुंच कर नदी में डूबे ट्रक व पोकलैंड मशीन की वीडियोग्राफी कराई थी। साक्ष्यों की जांच करने जिले आई सीबीआइ टीम सीधे पतारा खदान पहुंची बेतवा नदी में डूबे ट्रक व पोकलैंड मशीन को देखने पहुंची। टीम को वहां पर न तो ट्रक मिला और न ही मशीन, लेकिन नदी में नवनिर्मित पुल व जिस स्थान से ट्रक व मशीन को ऊपर लगाया गया व उसे जहां से ले जाया गया था उसके साक्ष्य अवश्य प्राप्त हुए। टीम ने उसकी वीडियोग्राफी की। इससे साफ जाहिर होता है कि सीबीआइ के जाने के बाद मौरंग माफिया ने अवैध खनन के सबूत मिटाए। याचिकाकर्ता विजय द्विवेदी ने बताया कि सीबीआइ जांच में मशीन के साक्ष्य जुटाए थे। बीते शनिवार को सीबीआई ने फिर शिकंजा कसा तो खनन माफिया वहीं मशीन जंगल में छोड़ गए। वहीं एक बार फिर टीम इस मामले का लेकर मौके पर जा सकती है।
चार सदस्यीय सीबीआइ टीम खंगाल रही अभिलेख
सीबीआइ टीम मुख्यालय स्थित मौदहा बांध के अतिथि गृह में रुकी है। मंगलवार को टीम का दूसरा दिन था। वहीं सुबह से शाम तक अटकलों का बाजार गर्म है। वहीं खनिज माफिया की धड़कनें बढ़ चुकी हैं। बुधवार से पूछताछ का दौर जारी होगा। इससे पहले टीम संबंधित जानकारी जुटाने में लगी हुई है। जरूरी दस्तावेजों को जब्त कर लिया गया है। साथ ही उनके कई सेट में फोटोकॉपी भी कराई गई है। जिसे लखनऊ व दिल्ली भेजा जाएगा। इसके अलावा पूछताछ के बाद उसके जवाब की कॉपी को भी सील कर टीम अपने साथ ले जाएगी। चार सदस्यीय सीबीआइ की टीम करीब एक सप्ताह अभी और रुकेगी और अवैध खनन के हर ¨बदुओं पर जांच करेगी। सूत्रों ने बताया कि टीम बारी-बारी उन खदानों पर भी जाएगी जहां-जहां अवैध खनन हुआ है। ताकि मामले की तह तक पहुंचा जा सके।