खेत से पुलिया निकालने पर किसान ने रोका रास्ता
ते उसने किसान के खेत से जबरन रास्ता बना लिया। इससे क्षुब्ध पीड़ित किसान ने ग्रामीणों के साथ मिलकर मार्ग को लकड़ी डालकर उसे अवरुद्ध कर दिया। इस कारण वहां घंटों जाम लगा रहा। वहीं राहगीरों के समझाने पर पीड़ित ने रास्ता खोला। सरकार ने क्षेत्र में एक बड़ी नहर योजना का काम शुरू किया
संस, मौदहा : सिचाई विभाग के ठेकेदार की दबंगई के चलते उसने किसान के खेत से जबरन रास्ता बना लिया। इससे क्षुब्ध पीड़ित किसान ने ग्रामीणों के साथ मिलकर मार्ग को लकड़ी डालकर उसे अवरुद्ध कर दिया। इस कारण वहां घंटों जाम लगा रहा। राहगीरों के समझाने पर पीड़ित ने रास्ता खोला।
सरकार ने क्षेत्र में एक बड़ी नहर योजना का काम शुरू किया है। जिसका टेंडर शिव स्वरूप कांट्रेक्टर जो झांसी के निवासी हैं को दिया जा चुका था। जिस पर ठेकेदार द्वारा नहर में पुलिया बनाने के एवज में पास के काश्तकारों को मुआवजा दे कार्य दिवस में उनकी जमीनों का इस्तेमाल या मिट्टी खुदाई हो या फिर अपना बिल्डिंग मैटेरियल डंप करने की बात हो, सबने दबंगई के चलते किसानों को मोटे मुआवजे का लालच दे थोड़ी बहुत रकम पकड़ा कर अपना काम शुरू कर दिया। सोमवार की सुबह टिकरी कपसा के बीच पेट्रोल पंप के पास से निकली बड़ी नहर के बगल के काश्तकार कमलूदास पुत्र हरिराम ने झखरा मिट्टी आदि डालकर रास्ता अवरुद्ध कर दिया। जिसके चलते मुख्य मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई और राहगीर उमस भरी गर्मी में परेशान होने लगे। जब इस संबंध में खेत मालिक कमलूदास से कुछ बुजुर्ग राहगीरों ने बात की तो पता चला कि नहर में जो पुल बना है उसके चलते रास्ता अवरुद्ध किया गया है। बताया कि बिना हमारी इजाजत के ठेकेदार के मुनीम शिवम ने हमारे खेत से आम रास्ता बना दिया। उलाहना देने पर मुनीम के पद पर कार्यरत शिवम ने मुझे वहां से भगा दिया। कहा तुम्हें मुआवजा मिल जाएगा। ठेकेदार के मुनीम व किसान दोनों अपनी बात पर ही अड़े रहे। जिसके चलते राहगीरों को घंटो जाम के झाम से उलझना पड़ा। वहां जाम में फंसे कुछ बुजुर्ग यात्रियों ने किसान से जाकर मान मनोव्वल की और समय का हवाला देते हुए किसी तरह उन्हें रास्ता देने के लिए मनाया। तब कहीं जाकर खेत मालिक कमलूदास ने लोगों के निकलने के लिए रास्ता दिया। इस दौरान पुलिस चौकी इचौली के इंचार्ज विवेक त्रिपाठी को भी इसकी सूचना दी गई। चौकी इंचार्ज ने बताया कि किसी भी पक्ष ने शिकायत नहीं की है।