कर्ज में डूबे किसान ने फांसी लगाकर दी जान
कर्ज में डूबे किसान ने बबूल के पेड़ में फांसी लगा दी जानकर्ज में डूबे किसान ने बबूल के पेड़ में फांसी लगा दी जानकर्ज में डूबे किसान ने बबूल के पेड़ में फांसी लगा दी जानकर्ज में डूबे किसान ने बबूल के पेड़ में फांसी लगा दी जानकर्ज में डूबे किसान ने बबूल के पेड़ में फांसी लगा दी जान
संवाद सहयोगी, सरीला (हमीरपुर) : जलालपुर में बैंक का कर्ज अदा न कर पाने के कारण किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। किसान ने इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक से तीन लाख रुपये और किसान क्रेडिट कार्ड से डेढ़ लाख रुपये कर्ज लिया था। बैंक के बढ़ते दबाव के कारण वह काफी परेशान था। बुधवार शाम उसने खेत के पास जंगल में बबूल के पेड़ से लटककर उसने खुदकशी कर ली।
जलालपुर निवासी 51 वर्षीय कमलेश नगायच उर्फ लालजी अपने पिता गोपाल नगायच की 15 बीघा जमीन पर खेती किसानी करते थे। उनके तीन बेटे अंकित, जीतेंद्र, प्रद्युम्न व एक बेटी शिल्पी है, जिसकी शादी हो चुकी है। बड़े भाई रामअवतार ने बताया कि कमलेश ने खेतों में नलकूप लगवाने के लिए जलालपुर की इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक से तीन लाख रुपये कर्ज लिया था। इसके अलावा तीन वर्ष पूर्व किसान क्रेडिट कार्ड भी बनवाया था। दोनों ही ऋण की अदायगी न होने पर तीन माह पहले बैंक ने नोटिस जारी किया था। कमलेश ने किसी तरह पचास हजार रुपये जमा कराए थे। बैंक द्वारा बाकी रुपये भी जल्द जमा कराने की चेतावनी दी गई थी। फसल ठीक न होने के कारण कमलेश को कर्ज अदायगी की चिंता सता रही थी। बुधवार दोपहर वह घर से खेत जाने की बात कहकर निकले। शाम करीब साढ़े छह बजे ग्रामीणों ने उन्हें खेत के पास जंगल में बबूल के पेड़ पर फंदे से लटके देखा। लोगों ने शव उतारकर पुलिस को बुलाया। इंस्पेक्टर बीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि गुरुवार को पोस्टमार्टम होने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। एसडीएम जुबेर बेग ने पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है। लोक अदालत में चल रहा था मामला
ऋण अदायगी न होने पर बैंक की ओर से लोक अदालत में वाद दाखिल किया गया था। इसको लेकर भी कमलेश दबाव में थे। बता दें, चार माह पूर्व भी गांव के किसान अरुण कुमार पांडेय ने भी तंगी के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।