सड़कें बनीं तालाब, आवागमन का नाव बनीं सहारा
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संवाद सूत्र, कुरारा : रविवार को सात लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद जिले में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। मंगलवार दोपहर को कुरारा विकासखंड के मनकी गांव के अंदर यमुना का पानी घुस गया। गांव में यमुना पुल के आसपास की सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं। आवागमन के लिए लोगों के पास अब नावें ही सहारा बनीं हुई हैं। पानी से गांव के अधिकतर कच्चे मकान ढह गए हैं।
मनकी गांव स्थित यमुना पुल पार कर मूसानगर कस्बा जाने वाले रास्ते में सड़क में नाला से आया बाढ़ का पानी भर गया है। सड़क पार करने के लिए नाला में भरे पानी में कुरारा से मूसानगर जाने वाले यात्रियों को नाव से सड़क पार कराई जा रही है। वहीं बाइक सवार भी बाइक नाव में रखकर पार कर रहे हैं। कुरारा से सवारी लेकर जाने वाले वाहन भी यमुना पुल से वापस हो रहे हैं। मनकी खुर्द गांव निवासी मोजीलाल का कच्चा खपरैल वाला मकान यमुना नदी का पानी आ जाने से गिर गया है। क्षेत्र के बेरी, इंद्रपुरी, बिदपुरी, पारा कुंडौर, केवटरा, हरेहटा, यमुना नदी के किनारे बसे गांवों मनकी खुर्द मनकी कला, भैदन डेरा, उमराहट, सिकरोढी, बरुआ, बिलोटा आदि गांवों में जलभराव हो गया। फसलों में पानी भरने से खरीफ की पूरी फसल बर्बाद हो गई है।