धुंधपुर में दोहराई गई 40 वर्ष पुरानी पुलिस को पीटने की घटना
संवाद सहयोगी भरुआ सुमेरपुर थाना क्षेत्र के धुंधपुर गांव में दरोगा के ऊपर हमला की घटना
संवाद सहयोगी, भरुआ सुमेरपुर : थाना क्षेत्र के धुंधपुर गांव में दरोगा के ऊपर हमला की घटना से पुलिस विभाग की खासी किरकिरी हुई है। वहीं घटना के मुख्य आरोपित अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। पुलिस एक आरोपित को पकड़कर पीठ थपथपाने पर जुटी हुई है। इस तरह का यह पहला मामला नहीं है 40 वर्ष पूर्व धुंधपुर गांव में ही इस तरह की घटना हुई थी। वहीं बीते चार दिन पूर्व कस्बे के फैक्ट्री एरिया चौकी इंचार्ज के साथ हुई मारपीट की घटना भी चर्चा का विषय बनी है।
बुधवार को धुंधपुर में जुआ पकड़ने गई पुलिस को जुआरियों को छुड़वाने पहुंची महिलाओं ने जमकर पीटा। इसमें कैथी चौकी इंचार्ज के नाक में चोट आई। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस एक व्यक्ति राममिलन को पकड़कर अपनी पीठ थपथपाने में जुटी हुई है। थानाध्यक्ष वीरेंद्र प्रताप सिंह ने तेजतर्रार पुलिस कर्मियों के साथ गांव का दौरा किया। लेकिन कोई हाथ नहीं लगा है। 40 वर्ष पूर्व भी इस गांव में पुलिस पर हमला इसी तरह का किया गया था। इस हमले में थाने में तैनात सिपाही अशोक यादव बुरी तरह से जख्मी हुआ था। वहीं चार दिन पूर्व फैक्ट्री एरिया पुलिस चौकी इंचार्ज हरिश्चंद्र को कस्बे के अमिलिया थोक निवासी रमेश यादव ने चौकी में पीट दिया। बताते हैं कि रमेश को अमिलिया थोक में हुई एक चोरी की बड़ी वारदात में पूछताछ के लिए चौकी बुलाया गया था। उसने चौकी पहुंचते ही चौकी इंचार्ज को थप्पड़ जड़कर हाथ मरोड़ दिया। पुलिस चौकी के अंदर दरोगा को पीटने के बाद उसे छोड़ दिया गया। हालांकि थानाध्यक्ष ने आरोपितों को जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया है।