61000 पार्थिव शिव¨लग बनाकर की पूजा-अर्चना
संवाद सहयोगी, सरीला : ऐतिहासिक श्री शैलेश्वर मंदिर में चल रही महाशिवपुराण कथा सुनने के
संवाद सहयोगी, सरीला : ऐतिहासिक श्री शैलेश्वर मंदिर में चल रही महाशिवपुराण कथा सुनने के लिए भारी संख्या में माता-बहन पहुंचकर कथा का आनंद लिया। वहीं दूसरे दिन 61000 पार्थिव शिव¨लग भक्तों द्वारा बनाये गए। श्रावण के तीसरे सोमवार को हजारो की संख्या में कावड़िया कानपुर बसरिया बेतवा नदी से जल लाकर रुद्राभिषेक करेंगे।मंदिर में भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए।
ऐतिहासिक श्री शैलेश्वर मंदिर पर श्रावण महोत्सव में वृंदावन धाम से पधारी मानसी पुत्री पुष्पांजलि दीदी तृतीय दिवस में शिव महापुराण की महिमा बताते हुए कहा कि जो श्रावण मास में श्रद्धा प्रेम से शिव¨लग पर बेलपत्र धतूरा का पुष्प भी अर्पण कर देता है। उस भक्त पर प्रसन्न होकर उसके सकल मनोरथ भोले सिद्ध कर देते हैं। शिव दर्शन व मंदिर में जाने से व्यक्ति को शांति प्राप्त होती है। जो भौतिक साधनों से नहीं प्राप्त होती है। संसार में 3 बड़ी महिमा है त्रिदेव ब्रह्मा-विष्णु-महेश तीनों एक हैं। उन्होंने द्वादश ज्योतिर्लिंग की व्रत महिमा, शिव पंचाक्षर, शिव प्रदोष, सोमवार व्रत कथा व 16 सोमवार साधारण, मृत्युंजय मंत्र की महिमा व शिवपूजन के महोत्सव के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसका संचालन पंडित भागवत शरन शास्त्री ने किया, सायं कालीन बेला में भगवान शिव शंकर रुद्राभिषेक पंडित रमाकांत शरण तिवारी शास्त्री पहाड़ी के द्वारा शैलेश्वर धाम में कराया गया। शिव पुराण आरती श्रावण मास में बड़ी संख्या में शिव भक्तों ने पार्थिव शिव¨लग का निर्माण कर रहे हैं। रविवार को 61000 पार्थिव शिव¨लग माता बहनों के द्वारा बनाए गए। जिसका पूजन विधि विधान से सायं काल पूजा अर्चन किया गया। इस मौके पर मंदिर समिति सहित सैकड़ों गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।