Move to Jagran APP

प्रोफेसर के शव को बड़े भाई ने दी मुखाग्नि, पिता बेसुध

संवाद सहयोगी, भरुआ सुमेरपुर : बीती रात नेशनल हाईवे पर चंदौखी मोड़ के पास बोलेरो व ट्रैक्ट

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Oct 2018 11:29 PM (IST)Updated: Wed, 24 Oct 2018 11:29 PM (IST)
प्रोफेसर के शव को बड़े भाई ने दी मुखाग्नि, पिता बेसुध

संवाद सहयोगी, भरुआ सुमेरपुर : बीती रात नेशनल हाईवे पर चंदौखी मोड़ के पास बोलेरो व ट्रैक्टर ट्राली में हुई भीषण टक्कर के बाद बोलेरो सवार युग चेतना महाविद्यालय के कंप्यूटर प्रोफेसर कौशल किशोर यादव के शव का बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद कस्बे के मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि बड़े भाई ने दी।

loksabha election banner

कस्बे के पैलानी मार्ग निवासी रामकिशोर यादव का छोटा पुत्र कौशल किशोर यादव 32 कस्बे के युग चेतना महाविद्यालय में कंप्यूटर प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे। वह किसी कार्य से अपनी नई बोलेरो कार से मंगलवार को कानपुर गए थे। कार कस्बे का रमजानी चला रहा था। वापस आते समय तेज रफ्तार कार हाईवे पर चंदौखी मोड़ के पास ट्रैक्टर ट्राली से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखचे उड़ गए और ट्रैक्टर ट्राली हाईवे किनारे पलट कर चकनाचूर हो गई। हादसे में कंप्यूटर प्रोफेसर की मौके पर ही मौत हो गई। बोलेरो चालक रमजानी को गंभीर हालत में कानपुर रेफर किया गया। इसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है। प्रोफेसर का बुधवार को पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। दोपहर बाद शव कस्बे में लाया गया। इसके बाद उनका मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में युग चेतना महाविद्यालय के प्रबंधक स्वामी नित्यानंदजी महाराज, पूर्व चेयरमैन डा. दिनेश कुमार वर्मा, शिवनरायन सोनकर, सपा नेता बल ¨सह यादव, प्रधान विजय यादव पत्योरा, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष रामदत्त पांडेय, राजकीय महाविद्यालय के प्रोफेसर डा. एसपी गुपता, देवेंद्र ¨सह संतू आदि मौजूद रहे।

प्राचार्य की हालत बिगड़ी

साथी प्रोफेसर की मौत के बाद महाविद्यालय के प्राचार्य डा. अनिल कुमार पांडेय की हालत गड़बड़ा गई। पोस्टमार्टम हाउस में वह रोते रोते बेहोश हो गए। साथी शिक्षकों ने पानी के छींटे मारकर होश में लाया। बाद में प्रबंधक स्वामी नित्यानंदजी महाराज ने ढांढस बंधाया।

पत्नी की हालत बिगड़ी, नौनिहाल हुए बेसहारा

प्रोफेसर की पत्नी जमुना 28 का बुराहाल हो गया है। वह बार बार बेसुध हो रही है। परिवार की महिलाएं उसे ढांढस बंधाने में लगी हुई है। छोटे भाई की मौत से बड़े भाई चंद्र किशोर के आंसू नहीं थम रहे है। पिता नलकूप चालक रामकिशोर यादव जवान बेटे की मौत से बुत बन गए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.