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सड़कों में गड्ढे या गड्ढो में सड़कें

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By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Jan 2020 11:31 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jan 2020 11:31 PM (IST)
सड़कों में गड्ढे या गड्ढो में सड़कें
सड़कों में गड्ढे या गड्ढो में सड़कें

संवाद सहयोगी, तिर्वा : प्रदेश सरकार ने सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का फरमान दिया था, लेकिन तहसील क्षेत्र में इसका असर नहीं हुआ। सड़कों में भ्रष्टाचार के गड्ढे साफ नजर आ रहे हैं। आए दिन लोग इन गड्ढों की चपेट में आकर जख्मी हो रहे हैं और गहरी चोट के शिकार भी हो जाते हैं। तिर्वा-कन्नौज फोरलेन रोड का सफर सबसे ज्यादा खतरनाक है,तहसील मुख्यालय से जुड़ी हर सड़क पर गड्ढे हैं। पलक झपकते ही जाएंगे गिर

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सुबह 10.17 बजे ब्लाक के सामने का दृश्य खतरनाक रहा। तिर्वा-कन्नौज 16 किमी फोरलेन रोड पूर्ववर्ती सरकार ने हैदराबाद की सोमा इंटर प्राइजेज से 65 करोड़ की लागत से तैयार कराई 2016 में सड़क तैयार हुई। पांच वर्ष तक रख-रखाव की जिम्मेदारी थी। इस समय सड़क की वह दुर्दशा है, कि पलक झपकते ही गड्ढे में गिर जाओ। सबसे ज्यादा खतरनाक व गड्ढा वाली सड़क यही है। बारिश में बढ़ गई गड्ढों की गहराई

सुबह 10.38 पर गिहार बस्ती नगर पंचायत के पास एक फुट गहरे गड्ढे को बचाकर लोग निकल रहे थे। दो बाइक सवार फिसल कर गिर गए। तीन माह से गड्ढा है। इसको भरा नहीं गया। मिट्टी डालकर बंद किया तो बारिश में उभर गया। इसके अलावा पटेल मार्केट के सामने, इलाहाबाद बैंक, ठठिया रोड पं. दीनदयाल उपाध्याय चौराहा, प्लाजा मार्केट, क्रांति चौराहा व बैंक ऑफ इंडिया के पास गड्ढे हैं। .तो क्या सड़क पर 'खाज' हो गई

सुबह 11 बजे खैर नगर रोड का दृश्य कुछ यूं था, कि लोगों को चलना मुश्किल हो रहा था। यह सड़क गुलाब एंड संस गुरसहायगंज की फर्म ने बनवाई। वर्ष 2014-15 में रोड तैयार हो पाई थी। अक्टूबर 2019 तक रख-रखाव की जिम्मेदारी ठेकेदार की थी। तब तक सड़क का दुरस्तीकरण नहीं कराया जा सका। हालांकि तीन बार पैचवर्क का काम हुआ था। अब हर कदम पर गड्ढे हैं। मालूम पड़ता कि सड़क पर खाज हो गई हो। जरा संभल के, गिरे तो टूटेंगी हड्डी

सुबह 11.25 बजे मंडी समिति के सामने सुक्खापुर्वा रोड पर जलभराव रहा। इस रोड पर तो काफी बड़े और गहरे गड्ढे हैं। गड्ढों में बारिश का पानी भरा होने से लोगों को गहराई का अंदाजा भी नहीं लगता। इस रोड का निर्माण करीब तीन वर्ष से अटका है। मंडी समिति को यह रोड बनानी है। दो वर्ष पूर्व प्रस्ताव भेजा गया, लेकिन अभी तक मंजूरी नहीं मिली। बजट न होने से काम शुरू नहीं हो पा रहा है। तीन माह से गड्ढे में लगा लाल झंडा

सुबह 11.48 बजे पर तिर्वा-सुजान सराय रोड पर गड्ढे में लगी हरी झंडी को बचाकर लोग निकल रहे थे। तिर्वा-सुजान सराय रोड का निर्माण करीब ढ़ाई पूर्व पूर्व हुआ है। इसमें कोतवाली के सामने गड्ढा व पेट्रोल पंप के पास पुलिया धसक गई। डम्मरपुर, नगरिया व ईसन नदी धोबी घाट पुल के पास कई गड्ढे हैं। इससे यात्रियों को काफी दिक्कत होती है। इस पर अफसरों की नजरे इनायत नहीं हो रही है।

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तिर्वा तहसील क्षेत्र में सड़कों पर पैचवर्क के लिए शासन से बजट की मांग की गई है। पानी बरसने के कारण गड्ढे बढ़ रहे हैं। फरवरी में बजट मिलने की उम्मीद है। इसके बाद तत्काल काम शुरू कराया जाएगा।

-सतीश कुमार रावत, अधिशासी अभियंता - लोक निर्माण विभाग (निर्माण खंड)


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