राठ के चार गांवों में फिर टिड्डियों का हमला
लाखों की तादाद में टिडडी दल ने फिर किया हमला किसानों की जागरूकता के चलते खेतों में नहीं बैठ सकी टिडिडयां
संवाद सहयोगी, राठ : क्षेत्र के गांवों में टिड्डी दल को देख किसानों के माथे पर चिता की लकीरें खिच गई। उन्होंने बिना समय गंवाए शोर गुल कर उन्हें भगा दिया। हवा का रुख दक्षिण से उत्तर की होने के कारण टिड्डी दल झांसी व जालौन जिले की ओर बढ़ गया। टिड्डी दल का क्षेत्र में यह दोबारा हमला है। हालांकि किसानों की जागरुकता के चलते टिड्डियों से नुकसान नहीं हुआ।
शनिवार सुबह लाखों की तादाद में टिड्डी दल कुर्रा, मल्हौवा, इकठौर से होता हुआ जराखर गांव पहुंचा। किसानों ने जब इन्हें हवा में उड़ता देखा तो ढोल, थाली, टीन आदि बजाते हुए खेतों में धुंआ करना शुरू कर दिया। हवा का रुख दक्षिण से उत्तर की होने के कारण टिड्डी दल खेतों में बैठ नहीं सका। टिड्डी दल पिछले कई दिनों से बुंदेलखंड में धमाचौकड़ी मचाए हुए है। इकठौरा गांव निवासी करन, रामपाल सिंह, आदि ने बताया कि सुबह अचानक लाखों की तादाद में टिड्डी दल उनके खाली पडे खेतों में बैठ गया। जब उन्होंने देखा तो शोर मचाना शुरू कर दिया। सुबह तेज हवाएं चल रहीं थी। हवाओं के चलने से टिड्डी दल खेतों में ज्यादा नहीं ठहर सका। बताया कि इस समय खेतों में गन्ने की फसल खड़ी हुई है। दोपहर बाद टिड्डीदल झांसी जिले की सीमा में प्रवेश कर गया। जिला कृषि अधिकारी डा. सरस तिवारी ने बताया कि टिड्डी दल दो भागों में बंट गया है। बताया कि हवा के रूख के चलते कभी यहां तो कभी दूसरे जिले की सीमा में पहुंच जाता है। बताया कि दल गुरसराय होते हुए जालौन जनपद पहुंच गया है।