कोतवाली से भागा फर्जी सेल टैक्स कमिश्नर
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : खुद को सेल टैक्स कमिश्नर बताने वाला एक अधेड़ पुलिस को चकमा दे
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : खुद को सेल टैक्स कमिश्नर बताने वाला एक अधेड़ पुलिस को चकमा देकर कोतवाली से भाग निकला। मंगलवार को ही वसूली से आजिज आए दुकानदारों की शिकायत पर व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने उसे दबोचकर पुलिस को सौंपा था। देर रात तक पुलिस उसकी तलाश में जुटी रही।
एक अधेड़ व्यक्ति पिछले कई दिनों से मुख्यालय के सुभाष बाजार, ¨कग रोड स्थित व्यापारिक प्रतिष्ठानों से रौब गांठकर वसूली कर रहा था। कई दुकानदार उसके शिकार भी हो गए थे। मंगलवार को बाजार का दिन होने के चलते आरोपित सुबह से ही दुकानों पर पहुंच गया और रुपयों की मांग करने लगा। इस पर दुकानदारों ने व्यापार मंडल के पदाधिकारियों को सूचना दी। मौके पर पहुंचे नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष धीरू गुप्ता, राकेश साहू, अंजनी गुप्ता, जयकिशोर गुप्ता ने आरोपित को दौड़ाकर पकड़ लिया। कोतवाली पुलिस ने उसे अपने कब्जे में ले लिया। पकड़े गए फर्जी सेल टैक्स कमिश्नर ने अपना नाम वीरेंद्र सिंह निवासी घाटमपुर बताया। कोतवाली में एक गार्ड की देखरेख में उसे बैठा दिया गया। इसी बीच वह किसी तरह भाग निकला। सूचना पर कोतवाली पुलिस में हड़कंप मच गया। पुलिसकर्मी बस स्टैंड, बाजार व अन्य प्रमुख स्थलों पर उसकी तलाश करते रहे। कोतवाली के एसएसआइ सुरेंद्र ¨सह ने बताया कि आरोपित गार्ड को चकमा देकर भाग गया है। ड्यूटी पर कौन सा गार्ड था, जानकारी अभी नहीं हो सकी है।
मामले में पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने बताया कि मामले की जांच के लिए सीओ सदर ओमकार यादव को कोतवाली भेजा गया है। लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं सीओ सदर ने बताया कि मामले की जांच चल रही है।
अति उत्साह बना कोतवाली पुलिस की फांस : कोतवाली से भागे फर्जी सेल टैक्स कमिश्नर के मामले में कोतवाली पुलिस का अति उत्साहित होना ही उसके गले की फांस बना है। आरोपित को पकड़ने गई पुलिस उसके शातिर होने का अंदाजा नहीं लगा सकी। वहीं डीआइजी की बैठक में शामिल होने कोतवाल एके ¨सह के चले जाने के बाद पुलिस कर्मी अपने में मस्त हो गए और आरोपित मौके का फायदा उठा वहां से भाग निकला।
पूर्व में कस्टडी से भागा था बाइक चोर
कोतवाली से आरोपित के भागने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी एक बाइक चोर पुलिस कस्टडी से भागा था। जिसे पुलिस दबाने की खासी कोशिश की गई थी। लेकिन तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने मामले में जिम्मेदार दारोगा पर कार्रवाई की थी। हालांकि मंगलवार को भागा फर्जी सेल टैक्स कमिश्नर के मामले में पुलिस आरोपित के खिलाफ कार्रवाई तो दूर उससे पूछताछ भी नहीं कर पाई थी और न ही उसका सही नाम पता जान सकी।
एक गार्ड के भरोसे थी सुरक्षा
मुकदमा दर्ज होने से पूर्व मुंशियाने में बैठाए जाने वाले आरोपितों को देखने के लिए जिम्मेदारी केवल मात्र एक गार्ड के भरोसे होती है। मंगलवार को भी वहां गार्ड वरदानी ड्यूटी पर तैनात था। जबकि मुंशी गुंडा एक्ट की फाइल लेकर डीएम कार्यालय गया था। इसी बीच वहां पहले से मौजूद दूसरे मामले के आरोपित को गार्ड शौच कराने चला गया और फर्जी सेल टैक्स कमिश्नर मौके से भाग निकला।