प्रधानमंत्री फसल बीमा में 1100 करोड़ का घोटाला : गंगाचरण
प्रदेश में फसल बीमा के नाम पर बीमा कम्पनियों ने
संवाद सहयोगी, चरखारी (महोबा) :
जिले में हजारों किसानों की बर्बाद खरीफ फसल का करीब 40 करोड़ रुपये का भुगतान दबाए बैठी बीमा कंपनी का मामला उच्च न्यायालय तक ले जाने वाले पूर्व सांसद एवं भाजपा नेता गंगाचरण सिंह ने गुरुवार को प्रदेश भर में बड़ा घोटाला होने का आरोप लगा दिया है। प्रेस वार्ता कर उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा के नाम पर कंपनियों ने 1100 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। बीमा कंपनियों ने न केवल किसानों से छल किया बल्कि केंद्र और प्रदेश सरकार को भी चूना लगाया है।
पूर्व सांसद ने कहा कि इस मामले में शासन-प्रशासन के हाथ खड़े कर लेने के कारण उन्होंने हाईकोर्ट में राज्य-केंद्र सरकार व बीमा कंपनियों के विरुद्ध 14 जनवरी को जनहित याचिका दायर की है। इसे कोर्ट ने स्वीकार लिया है। भाजपा नेता ने बताया कि फसल बीमा में जिला वर्ष 2018-19 में पहले स्थान पर था। 98 हजार किसानों ने बीमा कराया। प्रीमियम के रूप में 39 करोड़ रुपये अदा किए। 218 करोड़ रुपये का बीमा हुआ था। जब दैवीय आपदा से फसलें नष्ट हुईं तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 72 घंटे के भीतर ही 29 करोड़ रुपये मुआवजा मिला। वर्ष 2019-20 में खरीफ की 60 से 90 फीसद फसलें नष्ट हुईं, लेकिन बीमा कंपनी ने 187 व्यक्तिगत दावे स्वीकार कर मात्र 11 लाख रुपये किसानों को दिया। शेष का फर्जी निस्तारण करते हुए रकम हड़प कर ली गई है। बीमा की राशि किसानों को दिलाए जाने के लिए मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री से मांग के बाद कृषि मंत्री ने समिति का गठन किया। समिति ने भी प्रकरण को ठंडे बस्ते में डाल दिया। पूर्व सांसद ने कहा कि जिले के किसानों को 250 करोड़ रुपये बीमा का मिलना चाहिए और इसके लिए वह लड़ाई लड़ेंगे।