दम तोड़ रही स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योजना, जांच के नाम पर हो रही खानापूरी Gorakhpur News
कुशीनगर जनपद में स्वच्छ भारत योजना दम तोड़ रही है। इसके क्रियान्वयन पर सवाल उठ रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। कुशीनगर में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अभियान को जिम्मेदार पलीता लगा रहे हैं। गांवों को खुले में शौचमुक्त करने के लिए घर-घर बनवाए जा रहे शौचालयों की हालत खराब है। अधिकारियों की लापरवाही से योजना को गति नहीं मिल पा रही है। आधे अधूरे शौचालयों की जांच के नाम पर अधिकारी भी खानापूरी कर रहे हैं।
सात शौचालय अपूर्ण
तमकुही विकास खंड के ग्राम पंचायत खलवा पट्टी में स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत कुल बने 182 शौचालयों में सात अपूर्ण हैं। कुल 1200 आबादी वाले इस गांव में 250 के सापेक्ष 182 शौचालय स्वीकृत हुआ था। जिसमें 175 का निर्माण कार्य पूरा हो गया। शेष सात शौचालयों में विश्वनाथ का छत बाकी है, तो पुष्पा देवी के छत की रंगाई-पुताई शेष है। कलावती देवी, लक्ष्मीना देवी, रंजना देवी के शौचालयों में टाइल्स, सीट नहीं लग पाई है। -- अभी 101 को नहीं मिला लाभ जासं, पिपराकनक, कुशीनगर : तमकुही विकास खंड के बिहार बुजुर्ग के देवान टोला के शौचालय निर्माण में घटिया सामग्री इस्तेमाल करने का ग्रामीणों ने आरोप लगाया है। पांच हजार की आबादी वाले बिहार बुजुर्ग ग्राम पंचायत में वर्ष 2014 से अब तक कुल 448 शौचालयों का धन प्राप्त हुआ। इसमें 347 शौचालयों का निर्माण किया गया, शेष 101 का निर्माण कार्य अभी बाकी है। --- यहां न तो टंकी और न फाटक जासं, भैंसहीं बाजार, कुशीनगर: विकास खंड मोतीचक के कई गांवों में लाभाíथयों से शौचालय के नाम पर धन लिया गया है। लाभाíथयों को सीधे धन न देकर ठेकेदारों के माध्यम से शौचालय बनवाया जा रहा है। आधा-अधूरा निर्माण करा ठेकेदार भुगतान भी ले लिए हैं। जमुआन निवासी मुन्ना गोंड के दरवाजे पर बनाए गए शौचालय की न तो टंकी बनी है, न ही उसमें फाटक लगवाया गया है। सोढ़रा निवासी सुग्रीव साहनी के शौचालय को भी टंकी का इंतजार है। बीडीओ संदीप कुमार ¨सह ने कहा कि इसकी जांच कराकर कार्रवाई होगी।