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बेहतर कल की आधारशिला हैं हजारों करोड़ के निवेश प्रस्ताव, दो लाख लोगों के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वार

जीआइएस में गोरखपुर शहर को एक लाख 72 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इसे धरातल पर उतारने की तैयारी चल रही है। जीआइएस में मिले निवेश प्रस्ताव गोरखपुर वासियों के बेहतर कल की आधारशिला हैं।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandPublished: Sat, 25 Mar 2023 01:48 PM (IST)Updated: Sat, 25 Mar 2023 01:48 PM (IST)
जीआइएस में गोरखपुर को मिले हैं एक लाख 72 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआइएस) 2023 प्रदेश के साथ ही गोरखपुर के लिए भी खास रहा। इस जिले को लेकर उद्यमियों की बदली सोच स्पष्ट नजर आई। कभी निवेशकों की राह देखने वाले इस जिले में 1.72 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। निवेश प्रस्तावों की दृष्टि से गोरखपुर प्रदेश का चौथा बड़ा जिला है। जिला प्रशासन के साथ गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) इन प्रस्तावों को धरातल पर उतारने की कवायद शुरू कर चुका है। हजारों करोड़ के ये निवेश प्रस्ताव गोरखपुर के बेहतर कल की आधारशिला के रूप में देखे जा रहे हैं।

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लक्ष्य से अधिक मिला निवेश प्रस्ताव

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में गोरखपुर जिले को 64 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव का लक्ष्य मिला था, लेकिन इससे कहीं अधिक निवेश हुआ है। निवेश प्रस्ताव मिलने के बाद अब औद्योगिक इकाइयों के लिए जमीन उपलब्ध कराने की तैयारी चल रही है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे विकसित किए जा रहे औद्योगिक गलियारे में अधिकतर उद्योगों को जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। समिट के बाद प्रस्तुत किए गए राज्य सरकार के बजट में इसके लिए 200 करोड़ रुपये आवंटित भी किए गए हैं। जमीन की उपलब्धता के लिए ही एक नया औद्योगिक क्षेत्र धुरियापार में विकसित किया जा रहा है।

ग्रेटर गीडा के रूप में विकसित होगा ये क्षेत्र

ग्रेटर गीडा के रूप में विकसित होने वाले इस क्षेत्र में पांच हजार एकड़ से अधिक जमीन उपलब्ध होगी। गीडा ने इसकी महायोजना भी तैयार कर ली है। इसके साथ ही प्लास्टिक पार्क एवं गारमेंट पार्क में भी बड़ी संख्या में औद्योगिक इकाइयों को जमीन उपलब्ध होगी। जिन भूखंडों को आंवटन के बाद से खाली छोड़ा गया था, उनको लेकर गीडा सख्ती भी बरतने लगा है। ऐसे भूखंडों का आवंटन निरस्त कर दिया जा रहा है। अब तक 99 का आवंटन निरस्त किया जा चुका है और इस बीच 119 नए भूखंड आवंटित किए गए हैं।

करीब दो लाख लोगों के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वार

जीआइएस के निवेश प्रस्ताव के धरातल पर उतरने से करीब दो लाख लोगों के लिए रोजगार के द्वार खुलेंगे। जिले को मिले निवेश प्रस्तावों में परंपरागत उद्योगों के साथ कई नए सेक्टर भी शामिल हुए हैं। गोरखपुर में पहली बार हरित और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश होने जा रहा है। वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में हरित और नवीकरणीय ऊर्जा समय की मांग है।

रेडीमेड गारमेंट का हब बनेगा गोरखपुर

रेडीमेड गारमेंट, टेराकोटा के साथ गोरखपुर का एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) है। जिले को इसका हब बनाने की कवायद चल रही है। इसी दिशा में गारमेंट पार्क विकसित किया गया है। फ्लैटेड फैक्ट्री भी बनाई जाएगी। जीआइएस 2023 में बड़ी संख्या में टेक्सटाइल सेक्टर के लिए प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।

विवादों से मुक्त हुई 192 एकड़ जमीन

गीडा के सेक्टर 13 में 192 एकड़ जमीन को विवादों से मुक्त कराया गया है। प्रस्तावित कामन एन्फ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) जिस स्थान पर लगाया जा रहा है, उसके पास ही यह जमीन है। उद्यमियों का कहना है कि टेक्सटाइल सेक्टर की इकाइयों के लिए यह जमीन उपयुक्त रहेगी क्योंकि ऐसी कई इकाइयों में पानी की जरूरत होती है और इसमें सीईटीपी से सहयोग मिलेगा।

क्या कहते हैं पदाधिकारी

चेंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल ने बताया कि गोरखपुर के लिए यह बड़ी उपलब्धि है कि यहां इतने व्यापक पैमाने पर निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने सुरक्षा का जो माहौल बनाया है, उससे निवेशक आकर्षित हो रहे हैं। इनमें से आधे प्रस्ताव भी धरातल पर उतरे तो बड़ाव बदलाव देखने को मिलेगा। यहां के लोगों को रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना होगा।

लघु उद्योग भारती जिलाध्यक्ष दीपक कारीवाल ने कहा कि पहले गोरखपुर में कोई उद्योग नहीं लगाना चाहता था, लेकिन आज स्थिति बदल गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पहले कार्यकाल में जो विश्वास बनना शुरू हुआ था उसका परिणाम आज नजर आ रहा है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होने का अवसर मुझे भी मिला। जिर तरह का उत्साह उद्यमियों में दिखा, वह सुखद संकेत है। निश्चित रूप से इन प्रस्तावों में से आधे से अधिक धरातल पर जरूर उतरेंगे। बड़े पैमाने पर इससे रोजगार का सृजन होगा।

क्या कहते हैं अधिकारी

सीईओ गीडा पवन अग्रवाल ने कहा कि जिले को मिले निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने की तैयारी शुरू हो गई है। सभी निवेशकों को जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। औद्योगिक गलियारे में अपेक्षाकृत सस्ती दर पर जमीन मिल सकेगी। जल्द से जल्द हम ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी करेंगे।

ये हैं प्रमुख निवेश प्रस्ताव

  • ग्रीन अमोनिया प्लांट के लिए मेसर्स अवाडा वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड (निवेशक प्रवीण गोलाश) की तरफ से 22500 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन -1500
  • पेपर मिल प्रोजेक्ट के लिए आरजी स्ट्रेटजी ग्रुप (निवेशक प्रवीण गोयल) की तरफ से 2935 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 2200
  • कांडला-गोरखपुर एलपीजी पाइप लाइन के लिए इंडियन आयल कार्पोरेशन (निवेशक संजीव कक्कड़) की तरफ से 1800 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 50
  • सोलर एनर्जी पार्क के लिए आरजी स्ट्रेटजी ग्रुप (निवेशक प्रवीण गोयल) की तरफ से 1772 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 1200
  • बांस आधारित उत्पाद के लिए आर्टिजन एग्रोटेक (निवेशक देबोपम मुखर्जी) की तरफ से 1400 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 8300
  • एथेनाल और डिस्टलरी के लिए केयान डिस्टलरीज प्राइवेट लिमिटेड (निवेशक विनय कुमार सिंह) की तरफ से 1200 करोड़। रोजगार सृजन - 700
  • कार्बोनेटेड ड्रिंक, फ्रूट पल्प प्लांट के लिए वरुण वेवरेजेज (निवेशक कमलेश कुमार जैन) की तरफ से 1071 करोड़। रोजगार सृजन - 250
  • इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट विस्तार के लिए अंकुर उद्योग (निवेशक निखिल जालान) की तरफ से 700 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 800
  • रेसिडेंशियल डेवलपमेंट के लिए केके कंस्ट्रक्शन (निवेशक जगदीश आनंद) की तरफ से 600 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 600
  • टेक्निकल टेक्सटाइल के लिए केअर प्राइवेट लिमिटेड (निवेशक गौरव बथवाल) की तरफ से 500 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 2000
  • ट्रांसपोर्टेशन बिजनेस के लिए इंडियन टेकर्स (निवेशक नौशाद अहमद) की तरफ से 400 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 40
  • आयरन एंड स्टील इंडस्ट्री के लिए जालान उद्योग लिमिटेड (निवेशक ओम प्रकाश जालान) की तरफ से 400 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 600
  • ग्रेन प्लांट आदि के लिए इंडिया ग्लाइकोल लिमिटेड (निवेशक सुनील मिश्रा) की तरफ से 400 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 1200
  • कैंसर हास्पिटल के लिए हनुमान प्रसाद पोद्दार स्मारक समिति (निवेशक रसेंदु फोगला) की तरफ से 325 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 750
  • ट्रांसपोर्टेशन एंड वेयर हाउसिंग के लिए मेडलियन ट्रान्सलिंक (निवेशक संतोष कुमार-जगदीश दूबे) की तरफ से 300 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 350
  • फाइव स्टार होटल के लिए एडी एस्टेट डेवलपर्स (निवेशक शोभित मोहन दास) की तरफ से 300 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 600
  • टेक्सटाइल पार्क के लिए एबीएआर पेट्रो प्रोडक्ट्स (निवेशक अशोक कुमार शा) की तरफ से 300 करोड़। रोजगार सृजन - 2000
  • टेक्सटाइल यूनिट के लिए जालान पालिटेक्स लिमिटेड (निवेशक कविता जालान) की तरफ से 250 करोड़। रोजगार सृजन - 2750
  • 250 बेडेड मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल के लिए रिजेंसी हास्पिटल लिमिटेड (निवेशक अतुल कपूर) की तरफ से 200 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 1200
  • हैवी इंजीनियरिंग प्लांट के लिए आरबीएम इंफ्राकान (निवेशक जय बजरंग मणि त्रिपाठी) की तरफ से 200 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 500
  • प्लास्टिक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए तत्वा प्लास्टिक पाइप्स प्राइवेट लिमिटेड (निवेशक राजीव खट्टर) की तरफ से 200 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन -200
  • हास्पिटल एंड पैरा मेडिकल इंस्टिट्यूट के लिए सेंट्रल एकेडमी एजुकेशनल सोसाइटी (निवेशक सृंजय मिश्रा) की तरफ से 200 करोड़। रोजगार सृजन - 202
  • ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट के लिए रुद्रा गैस इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड (निवेशक कुश पटेल) 200 करोड़। रोजगार सृजन -100
  • रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट के लिए एशप्रा लाइफ स्पेस (निवेशक अतुल सराफ) की तरफ से 200 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 100
  • रीसाइक्लिंग टेक्नोलाजी के लिए एसडी इकोस्फीयर प्राइवेट लिमिटेड (निवेशक विनय अग्रवाल) की तरफ से 158 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 300
  • बस बाडी फैब्रिकेशन प्लांट के लिए कीर्ति इंटरप्राइजेज (निवेशक अरुणेश शाही) की तरफ से 150 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन - 125

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