UP सरकार के तीन साल : गोरखपुर को मेट्रो, एम्स की सौगात Gorakhpur News
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर को तीन कोच वाली लाइट मेट्रो व एम्स की सौगात दी है। दोनों परियोजना धीरेे-धीरे परवान चढऩे लगी हैंं।
गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहर को तीन कोच (कार) वाली लाइट मेट्रो की सौगात दी है। महत्वाकांक्षी मेट्रो परियोजना धीरेे-धीरे परवान चढऩे लगी है। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भी तैयार है। गोरखपुर सहित वाराणसी और अन्य शहरों के लिए 200 करोड़ के प्रावधान ने परियोजना को और गति दे दी है। योगी सरकार में गोरखपुर को एम्स की सौगात भी मिली। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने भी डीपीआर पर सहमति जता दी है। डीपीआर के मुताबिक गोरखपुर मेट्रो के लिए दो कॉरिडोर बनाए जाएंगे। दोनों कॉरिडोर पर कुल 26 स्टेशन बनेंगे। सभी स्टेशन एलिवेटेड यानी ऊपर बनाए जाएंगे। मेट्रो में लगभग 4589 करोड़ रुपए के खर्च का अनुमान है।
पहले कॉरिडोर में बनेंगे 14 स्टेशन
पहला कॉरिडोर श्याम नगर से मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय तक 15.14 किमी लंबा होगा। इसमें 14 स्टेशन बनाए जाएंगे। अनुमान है कि वर्ष 2024 में 1.55 लाख लोग इसमें रोजाना सफर करेंगे। यह संख्या वर्ष 2031 में बढ़कर 2.05 लाख होगी, जबकि अगले दस साल यानी वर्ष 2041 तक इसमें 2.73 लाख लोग रोजाना सफर कर सकेंगे।
दूसरे कॉरिडोर में बनेंगे 12 स्टेशन
दूसरा कॉरिडोर बीआरडी मेडिकल कालेज से नौसढ़ के बीच बनेगा, जो 12.70 किमी लंबा होगा। इसमें 12 स्टेशन प्रस्तावित है। अनुमान है कि वर्ष 2024 में 1.24 लाख लोग इसमें रोजाना सफर करेंगे। यह संख्या वर्ष 2031 में बढ़कर 1.73 लाख होगी। जबकि अगले दस साल यानी वर्ष 2041 तक इसमें 2.19 लाख लोग रोजाना सफर कर सकेंगे।
आलमबाग की तर्ज पर बनेगा रेलवे बस डिपो
रेलवे बस डिपो को भी आलमबाग की तर्ज पर अति आधुनिक बनाया जाएगा। यह डिपो पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल की तर्ज पर बनेगा। शासन स्तर पर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। प्राइवेट पार्टनर आमंत्रित किए जा रहे हैं। लेकिन अभी तक मुहर नहीं लग पाई है।
गीडा में बनेगा अंतरराज्यीय बस टर्मिनल
पूर्वांचल के यात्री अब ट्रेनों और रोडवेज की बसों पर ही निर्भर नहीं रहेंगे। उन्हें एक ही स्थान से गोरखपुर से देश के प्रमुख महानगरों और पर्यटक स्थलों के लिए लग्जरी प्राइवेट बसें मिल जाएंगी। प्राइवेट बसों के लिए गोरखपुर औद्योगिक प्राधिकरण (गीडा) स्थित हाईवे पर कालेसर के पास पांच एकड़ भूमि पर अंतरराज्यीय अति आधुनिक बस टर्मिनल बनाया जाएगा।
पूरा हुआ सपना, छत हुआ अपना
हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसका अपना घर हो। आर्थिक अभाव में बहुत से लोगों का यह सपना पूरा नहीं हो पाता था। प्रदेश सरकार के निर्देश पर गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने ऐसे लोगों के इस सपने को पूरा करने का कार्य किया। 81.92 करोड़ रुपये की लागत से 1488 प्रधानमंत्री आवास का निर्माण कराया। इनमें से 1242 आवास आवंटित भी किए जा चुके हैं। तीन साल में जीडीए ने 325.75 करोड़ रुपये के विकास कार्य कराए हैं। राप्तीनगर विस्तार योजना के तहत शहर में लोगों को आवास उपलब्ध कराने के लिए जीडीए ने करीब 61.10 करोड़ रुपये की लागत से लेक व्यू विस्तार योजना में बहुमंजिला भवनों का निर्माण किया है। पार्किंग की समस्या को दूर करने के लिए गोलघर में मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त रामगढ़ताल परियोजना में 29 करोड़ रुपये की लागत से सुविधाओं का विकास किया गया। 10.84 करोड़ की लागत से दिग्विजयनाथ पार्क (नुमाइश ग्राउंड) का निर्माण से व रामगढ़ ताल के क्षेत्र का सुंदरीकरण हुआ है।
तीन साल में पूरी हुईं प्रमुख योजनाएं
37.53 करोड़ की लागत से राप्तीनगर विस्तार योजना में भवनों का निर्माण।
11 करोड़ की लागत से एम्स परिसर में जल निकासी के लिए आरससीसी का निर्माण।
करोड़ों रुपये की लागत से शहर में जलनिकासी की समस्या के निदान के लिए नाले का निर्माण।
मिलीं खेल सुविधाएं,चमकने लगी प्रतिभाएं
जिले में पिछले तीन साल में खेल के क्षेत्र में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। सुविधाएं बढ़ीं तो प्रतिभाएं भी चमक बिखेरने लगी हैं। गोरखपुर से कई खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। वीर बहादुर सिंह स्पोट्र्स कॉलेज में 9.96 करोड़ रुपये में मल्टीपरपज क्रीड़ा हाल का निर्माण किया जा रहा है। इस हाल में कुश्ती, वॉलीबाल, बास्केटबाल जैसे कई खेल हो सकेंगे। विशेष व्यवस्था होगी, जिससे इनडोर खेलों के लिए मैदान तैयार हो सकेंगे। स्पोट्र्स कॉलेज में रहने वाले छात्र-छात्राओं की समस्या को देखते हुए यहां 7.89 करोड़ रुपये की लागत से छात्रावास का निर्माण कराया गया है। जंगल कौडिय़ा में ब्रह््मलीन महंत अवेद्यनाथ की स्मृति में स्टेडियम का निर्माण चल रहा है। यहां फुटबाल मैदान के साथ एथलीटों के लिए सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण कराया जा रहा है। क्षेत्रीय क्रीड़ांगन में कबड्डी हॉल का निर्माण कराया गया है, जिसमें मैट की सुविधा दी गई है। एस्ट्रो टर्फ हॉकी मैदान के पास पैवेलियन का निर्माण कराया जा रहा है। इसके अलावा अत्याधुनिक जिम भी बनाया गया है।
बड़ी खेल प्रतियोगिताओं ने बढ़ाया हौसला
सरकार की ओर से गोरखपुर में पिछले तीन साल में बड़ी खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है। भारत व फ्रांस की महिला ए टीमों के बीच गोरखपुर में अंतरराष्ट्रीय हॉकी मैच आयोजित कराया गया। इस प्रकार का पहला आयोजन था। इसके अलावा खेल निदेशालय की ओर से फुटबॉल, कबड्डी की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की मेजबानी गोरखपुर को दी गई। कुश्ती व हॉकी की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का आयोजन भी शुरू हो चुका है। इन आयोजनों से खिलाडिय़ों का हौसला बढ़ रहा है।