जमीन खाली कराने गए एसएनए को पीटने के लिए ईंट लेकर दौड़ीं महिलाएं
पांच डिसमिल जमीन को कब्जा मुक्त कराने गए सहायक नगर आयुक्त (एसएनए) वैभव त्रिपाठी और जेसीबी के चालक पर महिलाओं ने हमले की कोशिश की।मारने के लिए ईंट उठा ली और उनकी ओर झपटीं। महिलाएं जेसीबी के आगे लेट भी गईं।
गोरखपुर, जेएनएन: सिर्फ पांच डिसमिल जमीन को कब्जा मुक्त कराने में नगर निगम की टीम को नाकों चने चबाने पड़े। गोरखनाथ क्षेत्र के लच्छीपुर जप्ती टोला में कब्जा हटाने गए सहायक नगर आयुक्त (एसएनए) वैभव त्रिपाठी और जेसीबी के चालक पर महिलाओं ने हमले की कोशिश की। महिलाओं ने मारने के लिए ईंट उठा ली और उनकी ओर झपटीं। महिलाएं जेसीबी के आगे लेट गईं। गोरखनाथ पुलिस ने पुरुषों को हिरासत में लिया, तब महिलाएं शांत हुईं। बरगदवां-फर्टिलाइजर रोड पर नगर निगम की पांच डिसमिल जमीन है। इस पर एक व्यक्ति टिनशेड डालकर परिवार के साथ रहता है। नगर निगम के कर्मचारियों ने कई बार कब्जा हटाने को कहा था। एसएनए वैभव त्रिपाठी के नेतृत्व में नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची। उनके निर्देश पर जैसे ही जेसीबी से टिनशेड गिराना शुरू किया, वैसे ही महिलाएं हंगामा मचाने लगीं। कुछ महिलाएं जेसीबी पर चढ़ गईं और कुछ जेसीबी के आगे लेट गईं।
महिलाओं के समर्थन में पुरुष भी आए
हाथ में ईंट लिए महिलाओं के समर्थन में कुछ पुरुष भी आ गए। सहायक नगर आयुक्त ने नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह को सूचना दी तो उन्होंने तत्काल गोरखनाथ पुलिस से मौके पर पहुंचने को कहा। पुलिस ने सगे भाई विक्रम प्रताप चौहान और संग्राम चौहान को हिरासत में लेकर बरदगवां चौकी भेज दिया। इसके बाद महिलाएं शांत हुईं, तब कहीं जाकर कब्जा हटाया जा सका।
महिलाओं के आगे बेबस प्रवर्तन बल
नगर निगम के प्रवर्तन बल में पुरुषों को रखा गया है। लच्छीपुर जप्ती टोला में महिलाओं ने विरोध शुरू किया तो प्रवर्तन बल के जवानों को बैकफुट पर आना पड़ा। वह महिलाओं को समझाने में जुटे रहे।
कब्जा करने वालों ने शुरू किया था बवाल
सहायक नगर आयुक्त वैभव त्रिपाठी ने कहा कि नगर निगम की पांच डिसमिल जमीन से कब्जा हटा दिया गया है। कब्जा करने वालों ने बवाल करना शुरू कर दिया था। पुलिस की मौजूदगी में जमीन से कब्जा हटाया जा सका।