चाय बनाने के विवाद से दुखी महिला ने नाले में कूदकर जान दी
पुलिस ने बताया है कि रात में विजय पाल सिंह ड्यूटी से घर लौटे। उन्होंने शराब पी रखी थी। नशे की हालत में ही पत्नी से चाय बनाने को कहा। इसी बात पर पति-पत्नी के बीच कहासुनी शुरू हो गई।
गोरखपुर, जेएनएन। सहजनवां उपनगर के सहबाजगंज मोहल्ले में रह रहे विजय पाल सिंह की पत्नी अंचल सिंह ने रात घर के पास नाले में कूदकर जान दे दी। बताते हैं कि चाय बनाने की बात को लेकर पति से हुए विवाद के बाद की वजह से उन्होंने खुदकुशी की है। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में आगे की कार्रवाई करने की बात कही है।
गोंडा जिले के स्वामी नारायण छपिया कस्बा निवासी विजय प्रताप सिंह, गीडा स्थित एक फैक्ट्री में काम करते हैं। सहजनवां के सहबाजगंज मोहल्ले में उन्होंने किराये का कमरा ले रखा है। पत्नी व दो बच्चों के साथ रह रहे थे। स्थानीय लोगों से पूछताछ में मिली जानकारी के हवाले से पुलिस ने बताया है कि रात में विजय पाल सिंह ड्यूटी से घर लौटे। उन्होंने शराब पी रखी थी। नशे की हालत में ही पत्नी से चाय बनाने को कहा। इसी बात पर पति-पत्नी के बीच कहासुनी शुरू हो गई। विवाद बढऩे पर विजय पाल की पत्नी ने घर से करीब 50 मीटर की दूरी पर स्थित नाले में छलांग लगा दी। आसपास के लोग उन्हें बाहर निकालते इससे पहले ही डूबने से उनकी मौत हो गई।
महिला का शव मिला
सहजनवां इलाके में मारड़ चोरमा रेगुलेटर के पास राप्ती नदी के किनारे महिला का क्षत-विक्षत शव मिला है। चेहरे को जानवरों ने नोच दिया था। इसलिए महिला की शिनाख्त नहीं हो पाई है। हरी साड़ी में शव को लपेटकर फेंका गया था। चरवाहों ने सबसे पहले शव को देखा था। उन्होंने ही पुलिस को सूचना भी दी।
नशीली दवा के साथ जहरखुरान गिरफ्तार
बांसगांव क्षेत्र के भीटा निवासी अश्वनी कुमार उर्फ पिंटू तिवारी को बांसगांव पुलिस ने नशे की 150 गोली के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस की माने तो शातिर किस्म का जहरखुरान है। राहगीरों को धोखे से नशीली दवा खिलाकर लूटपाट करने के उस पर कई मुकदमे दर्ज हैं। काफी दिन से उसकी तलाश चल रही थी।
लावारिस हाल में बाइक बरामद
सहजनवां इलाके में सिसई बंधे से पुलिस ने लावारिस हाल में बाइक बरामद की है। बंधे पर गांव के विजय बहादुर सिंह का छप्पर है। उनके मुताबिक चार दिन पहले एक व्यक्ति आया और छप्पर से थोड़ी दूरी पर बाइक खड़ी कर चला गया। चार दिन तक उस व्यक्ति के वापस न आने पर विजय बहादुर सिंह ने ही पुलिस को इसकी सूचना दी।