प्याज सस्ती हुई तो लहसुन ने तोड़ा रिकार्ड, 200 रुपये प्रति किलो पहुंची कीमत Gorakhpur News
प्याज ने महंगाई को छोड़ा तो अब उसे लहसून ने छेड़ा है। ऐसे में किचन में तड़का महंगा पड़ रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। लोगों को रुलाने के बाद किसी तरह प्याज ने महंगाई को छोड़ा तो अब उसे लहसून ने छेड़ा है। ऐसे में किचन में तड़का महंगा पड़ रहा है। पिछले कई महीने से लहसुन की फुटकर कीमत 200 रुपए प्रतिकिलो से अधिक है। इस महीने भी राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
पिछले साल 20 से 40 रुपये प्रतिकिलो थी कीमत
कीमत में इतनी तेजी पिछले कई सालों में नहीं देखी गई। पिछले साल इस समय थोक मंडी में 20 से 40 रुपये प्रतिकिलो की दर से लहसुन की बिक्री हुई थी। इस साल दाम चढऩे के पीछे कम आपूर्ति कारण है। व्यापारियों के अनुसार शुरू में ही इंडोनेशिया एवं बांग्लादेश को निर्यात हो जाने से यहां लहसुन मांग के अनुरूप पूरा नहीं पड़ रहा।
प्याज में हुई मामूली बढ़ोत्तरी
प्याज के थोक व्यापारी शम्स परवेज राईन के अनुसार सोमवार को प्याज के दाम चार से पांच रुपये चढ़ गए। आने वाले कुछ दिनों में प्याज और राहत देगा।
दो दिनों में 15 रुपये तक बढ़ी कीमत
महेवा मंडी में लहसुन के थोक विक्रेता इरशाद के अनुसार रविवार और सोमवार को लहसुन की थोक कीमत में 10 से 15 रुपये का उछाल आया है। यहां प्रतिकिलो 120 रुपये से लेकर 170 रुपये तक बिक्री हुई। फुटकर बाजार में जाकर कीमत 200 से पार हो जाती है। यहां राजस्थान व मध्य प्रदेश से लहसुन की आपूर्ति होती है।
फरवरी में नई पैदावार आने से मिल सकती है राहत
बताया जा रहा है कि लहसुन की कीमत में तेजी इसी महीने तक रहने का अनुमान है। फरवरी में नई पैदावार आने के बाद राहत मिलने की उम्मीद है।