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बतकही : पुलिसवालों की मुखबिरी करा रहे साहब Gorakhpur News

पढ़ें गोरखपुर से सतीश कुमार पांडेय का साप्‍ताहिक कॉलम बतकही...

By Satish ShuklaEdited By: Published: Tue, 08 Sep 2020 05:09 PM (IST)Updated: Tue, 08 Sep 2020 05:09 PM (IST)
बतकही : पुलिसवालों की मुखबिरी करा रहे साहब Gorakhpur News
बतकही : पुलिसवालों की मुखबिरी करा रहे साहब Gorakhpur News

सतीश कुमार पांडेय, गोरखपुर। उत्तरी क्षेत्र की तहसील में तैनात एक अफसर पुलिसवालों की मुखबिरी करा रहे हैं। सुबह 10 बजे कार्यालय में कौन थानेदार व चौकी प्रभारी नहीं बैठा। इसकी जानकारी विशेष सूत्रों से मालूम कर लेते हैं। यदि कोई थाने पर नहीं बैठा है, तो इसकी सूचना फोन से उच्चाधिकारियों के साथ ही वायरलेस सेट से पुलिस कंट्रोल रूम को भी देते हैं। कंट्रोल रूम प्रभारी को बताते हैं कि थानेदार व चौकी प्रभारी के समस्या न सुनने से जनता फरियाद लेकर उनके कार्यालय में आ रही है। पुलिसवालों की मनमानी से जनता परेशान हो रही है। लगातार मिल रही शिकायत पर उच्चाधिकारियों ने जब पूछताछ शुरू की, तो थाना व चौकी प्रभारियों को मामले की जानकारी हुई। शिकायत से परेशान पुलिसकर्मी सूचना देने वाले मुखबिर को तलाश रहे हैं। क्षेत्र में चर्चा है कि साहब अपने हिसाब से थाना चलाना चाह रहे हैं। बात न सुनने वाले उनके निशाने पर हैं।

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दारोगाजी का होमवर्क

मुखिया बदलते ही पुलिसकर्मियों की दिनचर्या भी बदल गई है। काम की प्राथमिकता तय करने के बाद मुखिया ने लंबित मुकदमे की विवेचना एक माह में निपटाने का फरमान जारी किया है। तय समय में काम पूरा न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। साहब के कड़े तेवर की वजह से इंस्पेक्टर व दारोगा जल्दी-जल्दी काम निपटाने में जुटे हैं। पहले जिनके पास सुबह से रात तक थाने व चौकी में पंचायत करने की फुर्सत रहती थी, वह भी व्यस्त नजर आ रहे हैं। थानेदार सुबह 10 बजे से रात दो बजे तक क्या कर रहे हैं, यह सूचना कंट्रोल रूम में नोट करा रहे हैं। जनसुनवाई व बैंक ड्यूटी से फुर्सत मिलते ही लिखापढ़ी में व्यस्त हो जाते हैं। रात में घर पहुंचने पर फाइल लेकर बैठ जाते हैं। बच्चों के पूछने पर बताते हैं, सर ने होमवर्क दिया है उसे पूरा कर रहे हैं।

ब्वायफ्रेंड की लिस्ट देख हैरान हुई पुलिस

शहर क्षेत्र की युवती पिछले दिनों घर छोड़कर कहीं चली गई। रात तक घर न लौटने पर परिवार के लोगों ने अनहोनी की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना दी। पुलिस अधिकारियों ने सर्विलांस की मदद से खोजबीन शुरू कर दी। युवती के फोन नंबर की कॉल डिटेल निकालने पर तीन युवकों के नंबर मिले, जिनसे उसकी लंबी बात होती थी। पुलिस उन्हें थाने उठा ले आयी। पूछताछ में तीनों युवक खुद को युवती का ब्वायफ्रेंड बताने लगे। यह सुनकर पुलिस हैरत में पड़ गई। पुलिस ने युवती के मोबाइल नंबर पर फोन कर तीनों साथियों के पकड़े जाने की सूचना दी। पुष्टि के लिए उसने बारी-बारी सबके पास फोन किया। इसके बाद युवती ने सूचना देने वाले दारोगा के मोबाइल पर फोन किया और बोली अभी तो केवल तीन को पकड़ा है। पांच ब्वायफ्रेंड और हैं। कहो तो नंबर भेज दूं। युवती की बात सुन दारोगा भौचक हो गए।

साइकिल चलाते देख खुश हुए नेता

पुलिस की मुस्तैदी देखने के लिए पिछले सप्ताह एसएसपी और एसपी सिटी साइकिल से शहर में निकले। आगे-आगे दोनों अधिकारी साइकिल से थे, पीछे उनका काफिला। खबर मिलते ही थाना व चौकी प्रभारी सड़क पर उतरकर चेकिंग में जुट गए। थाना व चौकी पहुंचकर अधिकारियों ने मातहतों की मुस्तैदी देखने के साथ ही कार्रवाई के संबंध में निर्देश दिए। देर रात तक दोनों अधिकारी साइकिल से शहर में गश्त करते रहे। अगले दिन फोटो सहित खबर समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई, जिसे देखने के बाद एक पार्टी के नेता बहुत खुश हुए। दोपहर में अखबार लेकर चाय की दुकान पर पहुंच गए। अधिकारियों के साइकिल चलाते प्रकाशित फोटो अपने परिचितों को दिखाकर बता रहे थे कि पार्टी अब सत्ता में आने वाली है। अधिकारी यह जान गए हैं, इसलिए अभी से साइकिल चलाने का अभ्यास कर रहे हैं। नेताजी की यह बात सुन दुकान पर बैठे लोग भौचक रह गए।


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