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बतकही : इंस्पेक्टर का गुरूर हो गया चकनाचूर Gorakhpur News

पढ़ें गोरखपुर से सतीश पांडेय का साप्‍ताहिक कॉलम बतकही...

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 30 May 2020 09:00 PM (IST)Updated: Sat, 30 May 2020 09:00 PM (IST)
बतकही : इंस्पेक्टर का गुरूर हो गया चकनाचूर Gorakhpur News
बतकही : इंस्पेक्टर का गुरूर हो गया चकनाचूर Gorakhpur News

सतीश पांडेय, गोरखपुर। बड़बोले थानेदार का गुरूर कप्तान ने चकनाचूर कर दिया। उत्तरी इलाके में तैनात इस इंस्पेक्टर को भ्रम हो गया था कि राजपरिवार का हाथ रहेगा तो कोई हाथ नहीं लगा पाएगा। लेकिन वह भूल गए थे कि राजनीति में कोई किसी का नहीं होता। शिकायतों की लंबी फेहरिस्त के बावजूद जिले में आते ही न केवल चार्ज पाने बल्कि डेढ़ साल तक थानेदारी बरकरार रहने की वजह से वह इतना मगरूर हो गए कि पब्लिक ही नहीं पत्रकारों से भी दूरी बना ली। हफ्ते और महीने भर का व्यवहार रखने वाले इंस्पेक्टर को बाकी सब अव्यवहारिक लगने लगा था। एक सप्ताह पहले इंस्पेक्टर के साथ बैठकी करने वाले मनबढ़ ने एक परिवार को बुरी तरह पीट दिया। पीड़ित शिकायत लेकर थाने पहुंचा तो न्याय देने की बजाय उसी पर मुकदमा दर्ज हो गया। पानी सिर से ऊपर होने पर साहब को घुटन हुई तो उन्होंने इंस्पेक्टर को सबक सिखा दिया।

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लॉकडाउन में प्यार का बुखार

इश्क का बुखार जब चढ़ता है तो इंसान अच्छा या बुरा सब कुछ भूल जाता है। कुछ ऐसा ही मामला जिले में भी चल रहा है। पुलिस महकमे के अफसर और कर्मचारी लॉकडाउन का पालन कराने में परेशान हैं तो वहीं एक दरोगा इस महामारी में भी इश्क फरमाने में मशगूल हैं। उम्र में 20 साल छोटी युवती से मिलने उसके घर पहुंच जाते हैं। प}ी को खबर लगी तो गृह युद्ध छिड़ गया। एक सप्ताह पहले प}ी ने युवती से बात करते दरोगा को पकड़ लिया। इस बात को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि दरोगा ने जहर खा लिया। तबीयत बिगड़ने पर परिवार के लोग अस्पताल ले गए, जिसके बाद दरोगा के जहर खाने की खबर पूरे महकमे में फैल गई। पुलिस अधिकारी सकते में आ गए। जांच हुई तो पता चला कि दरोगा ने प्रेमिका से मिलने पर प}ी के पाबंदी लगाने पर आत्मघाती कदम उठाया था।

साहब आए बैरियर लगवाकर चल दिए

लॉकडाउन एक से तीन तक सड़क पर पुलिस और प्रशासन की खूब सख्ती दिखी। 190 स्थानों पर बैरियर लगाकर चेकिंग हुई लेकिन पैडलेगंज से नौकायन की तरफ जाने वाला सर्किट हाउस रोड बंद नहीं हुआ। लॉकडाउन चार में भी नौकायन की तरफ जाने वाला रास्ता खुला रहा। चार दिन पहले प्रशासनिक महकमे के एक साहब शाम को नौकायन पर घूमने निकले। रामगढ़ताल किनारे महिलाएं और बच्चों को टहलता देख बहुत नाराज हुए। खबर लगने पर इलाके के थानेदार भी पहुंच गए। टहल रहे लोगों को घर भेजने के बाद नौकायन की तरफ जाने वाले सर्किट हाउस रोड पर बैरियर लगा दिया। अब यह रास्ता शाम सात से सुबह सात बजे तक बंद रहता है। अधिकारी को खुश करने के लिए बनाए गए इस नियम से तारामंडल इलाके में रहने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है। 500 मीटर जाने के लिए उन्हें पांच किमी का सफर करना पड़ रहा है।

भ्रम में न रहें सिर्फ सतर्क रहें

कोरोना वायरस से पूरी दुनिया लड़ रही है। ऐसे में सतर्कता अपनाना जरूरी है और सतर्क रहते हुए यदि आप अपने घर की अच्छे से साफ सफाई कर रहे हैं तो यह अच्छा है। लेकिन अगर आप किसी भी कोरोना वायरस पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आएंगे तो यह वायरस आपके घर तक नहीं पहुंचेगा। जागरूक रहते हुए सतर्क रहना अति आवश्यक है, इसलिए जितना बचाव किया जा सकता है वो अवश्य करें। संक्रमण से बचाव के उपाय और उम्मीदों पर सबके अलग-अलग तर्क है। सोशल मीडिया पर इसको लेकर तरह-तरह के मैसेज वायरल हो रहे हैं। ऐसे में लोगों को कई प्रकार की दुविधा होती जा रही है कि बचाव के लिए क्या करें, क्या न करें। अपने और परिवार की सुरक्षा को लेकर सतर्क जरूर रहें लेकिन किसी तरह का भ्रम न पालें न ही फैलाएं, ताकि तेजी से फैलते वायरस को हम सब मिलकर हरा सकें।


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