रामगढ ताल से हर दूसरे दिन पनप रही जलकुंभी, सफाई के लिए लगे 12 कर्मी
रामगढ़ताल से एक बार पूरी तरह से जलकुंभी निकालने के बाद भी गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की समस्या समाप्त नहीं हुई है। गंदे पानी के कारण ताल में हर दूसरे दिन जलकुंभी पनप रही है। जीडीए के लिए यह बहुत बडी समस्या बन गई है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। रामगढ़ताल से एक बार पूरी तरह से जलकुंभी निकालने के बाद भी गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की समस्या समाप्त नहीं हुई है। गंदे पानी के कारण ताल में हर दूसरे दिन जलकुंभी पनप रही है। पहले की तरह जलकुंभी पूरे ताल में न फैलने पाए इसलिए जीडीए उपाध्यक्ष ने 12 कर्मचारियों को प्रतिदिन जलकुंभी निकालने के लिए तैनात किया है। उन्हें एक नाव दी गई है। कर्मचारी नाव पर भ्रमण करते हैं और जहां जलकुंभी नजर आती है, उसे निकालते हैं।
जलकुंभी निकालने के लिए जीडीए दिया था ठेका
जीडीए की ओर से जलकुंभी निकालने के लिए 1.25 करोड़ रुपये का टेंडर किया गया था। जिम्मेदारी पाने वाली फर्म ने पूरी तरह से जलकुंभी निकाली भी थी लेकिन समय-समय में जलकुंभी ताल में पैदा होने लगी है। अब जीडीए की ओर से ताल की देखरेख की जा रही है। उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह स्वयं इसकी निगरानी कर रहे हैं। उपाध्यक्ष ने बताया कि पर्यटन की दृष्टि से रामगढ़ताल क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण है।
एक दर्जन कर्मचारी निकाल रहे जलकुंभी
इसलिए ताल को साफ-सुथरा रखना सभी की जिम्मेदारी है। जीडीए की ओर से जलकुंभी निकलवायी गई थी। इस समय ताल में जलकुंभी पैदा हो रही है। एक दर्जन कर्मचारियों को नाव देकर जलकुंभी निकालने के काम में लगाया गया है।
जीडीए टावर, इंदिरा बाल विहार पार्क का भी हो रहा सुंदरीकरण
जीडीए की ओर से गोलघर स्थित जीडीए टावर, इंदिरा बाल विहार पार्क का भी सुंदरीकरण किया गया है। पार्क व टावर की सफाई के लिए भी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इंदिरा बाल विहार पार्क में नए सिरे से रंग-रोगन कराया गया है। ब'चों के खेलने के उपकरण की भी मरम्मत की गई है। जीडीए टावर में पार्किंग की भी सफाई कराई जा रही है और पूरे भवन की रंगाई भी हो रही है।
वारंटी गिरफ्तार
हरपुर बुदहट थाना पुलिस ने मझौवा गांव के बाहर वारंटी ग्रामवासी राजेन्द्र सिंह को गुरुवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है।