उत्तर प्रदेश में शीघ्र शुरू होगी विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना : मुख्यमंत्री
विश्वकर्मा पूजन के अवसर पर योगी आदित्य नाथ विश्वकर्मा मंदिर पहुंचे। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना लागू की जाएगी।
गोरखपुर (जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर जटाशंकर स्थित श्री विश्कर्मा मन्दिर पहुंच कर भगवान विश्वकर्मा की विधि विधान से पूजा एवं आरती की। पूजा के बाद विश्वकर्मा समाज के लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सृष्टि के आदिशिल्पी भगवान विश्वकर्मा के नाम पर विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना पूरे प्रदेश में लागू करने जा रहे हैं।
सीएम योगी ने श्री विश्वकर्मा मंदिर समिति द्वारा स्थापित मन्दिर के संरक्षण में आई दिक्कतों को याद करते हुए मन्दिर का सुन्दरीकरण कराने की घोषणा की और समिति से इस सम्बन्ध में प्रस्ताव बनाकर भेजने को कहा।
सभी को विश्वकर्मा जयंती की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा सृष्टि के आदिशिल्पी हैं। उनके उच्च आदर्शों के बारे में आने वाली पीढ़ी जाने, इसलिए सभी संस्थाओं में पूजा अर्चना कर भगवान विश्वकर्मा के विषय मे जानकारी देने का निर्देश दिया गया।
सभी यांत्रिक संस्थाओं के साथ प्रदेश के करीब 2000 संस्थाओं में विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत हर गांव, कस्बा, शहर में लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्हें किट दी जाएगी, बैंक से ऋण मुहैया कराया जाएगा और सरकार अनुदान भी देगी। इससे स्वरोजगार के अवसर पैदा होंगे।
इससे पूर्व समिति के संरक्षक दयानंद शर्मा, अध्यक्ष इं राजेश्वरी प्रसाद विश्वकर्मा आदि ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने विश्वकर्मा समाज के अनूप शर्मा को सम्मानित किया। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र दत्त शुक्ल, क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह, नगर विधायक डॉ राधामोहन दास अग्रवाल, महानगर अध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव, समिति के मंत्री बाबूलाल शर्मा, कोषाध्यक्ष राजतिलक शर्मा, संयुक्त मंत्री डॉ उदय चन्द्र शर्मा आदि उपस्थित रहे।
1932 में हुई थी मन्दिर की स्थापना
श्री विश्वकर्मा मन्दिर की स्थापना सन 1932 में फाल्गुन शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि को हुई थी। विश्वकर्मा मन्दिर को जुड़ाव गोरक्षनाथ मन्दिर से है।